newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ की तारीफ कर रहा IMF, कहा- सतत विकास के लिए…

IMF lauds PM Modi’s call for Aatmanirbhar Bharat:कोरोनावायरस (Coronavirus) महासंकट के चलते देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं दूसरी ओर अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) के तहत आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस (Coronavirus) महासंकट के चलते देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं दूसरी ओर अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) के तहत आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। जिसमें किसान, मजदूर और दुकानदार से लेकर इंडस्ट्री को सरकार ने आर्थिक मदद देने का घोषणा की थी। अब पीएम मोदी के इस कदम की अंतरराष्ट्रीय मंच पर जमकर तारीफ हो रही है। दरअसल इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत की प्रशंसा की है। इसके साथ ही आईएमएफ ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अपील को एक अहम पहल करार दिया है।

International Monetary Fund

एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए आईएमएफ में संचार विभाग के निदेशक गेरी राइस ने कहा, ”कोरोनावायरस संकट के बाद घोषित आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत दिए गए आर्थिक पैकेज ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सहारा दिया है और बड़े जोखिमों को कम किया है, इसलिए हम इस पहल को अहम मानते हैं।”

Gerry Rice

गेरी राइस ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ संबंधी एक सवाल के जवाब में कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत को वैश्विक अर्थव्यवथा में एक अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है और ऐसे में अर्थव्यवस्था में प्रतिद्वंद्वता और दक्षता बढ़ाने को प्रोत्साहित करने वाली नीतियां अहम हैं। उन्होंने ने कहा, ”भारत में ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन नीतियों पर ध्यान केंद्रित करना प्राथमिकता होनी चाहिए, जो भारत को व्यापार, निवेश एवं प्रौद्योगिकी समेत अन्य माध्यमों से वैश्विक मूल्य श्रृंखला में एकीकृत कर सकें।’

PM Narendra Modi

गेरी राइस ने आगे कहा कि भारत का लक्ष्य ‘दुनिया के लिए उत्पादन’ करने का है। इसके लिए नी​तियों को ध्यान केंद्रित करने की वरीयता दी जा रही है और वैश्विक वैल्यू चेन (Global Value Chain) में भारत की भूमिका बढ़ जाएगी। इसमें ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और टेक्नोलॉजी शामिल होंगे।