Cabinet Reshuffle: PM मोदी का साफ संदेश, काम नहीं तो मंत्रिमंडल में जगह नहीं
Cabinet Reshuffle: वहीं कोरोना काल की दूसरी लहर को लेकर जिस तरह मोदी सरकार सवालों के घेरे में आई, उसका खामियाजा अब डॉ. हर्षवर्धन को उठाना पड़ा है। इसी के चलते कर्नाटक के बेंगलुरु नॉर्थ से भाजपा सांसद सदानंद गौड़ा को भी इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। वो रासायनिक एवं उर्वरक मंत्री थे। इन मंत्रियों के इस्तीफे के बाद पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि अगर कोई भी मंत्री काम नहीं करेगा तो उसकी छुट्टी मंत्रिमंडल से कर दी जाएगी।
नई दिल्ली। मोदी कैबिनेट के विस्तार (Modi Cabinet Expansion) की आधिकारिक प्रक्रिया से पहले ही कई मंत्रियों की छुट्टी (Ministers Dropped) कर दी गई है। इसमें सबसे बड़ा नाम डॉ. हर्षवर्धन, बाबुल सुप्रियो, रमेश पोखरियाल निशंक का सामने आया है। वहीं इनके साथ राव साहेब दानवे पाटिल, सदानंद गौड़ा, देबोश्री चौधरी, संतोष गंगवार, अश्विनी चौबे, संजय धोत्रे, रतन लाल कटारिया और प्रताप सारंगी को भी इस्तीफा (Ministers Resign) दे दिया है। माना जा रहा है कि इन मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड को देखते हुए इन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता का दिखाया गया है। वहीं कोरोना काल की दूसरी लहर को लेकर जिस तरह मोदी सरकार सवालों के घेरे में आई, उसका खामियाजा अब डॉ. हर्षवर्धन को उठाना पड़ा है। इसी के चलते कर्नाटक के बेंगलुरु नॉर्थ से भाजपा सांसद सदानंद गौड़ा को भी इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। वो रासायनिक एवं उर्वरक मंत्री थे। इन मंत्रियों के इस्तीफे के बाद पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि अगर कोई भी मंत्री काम नहीं करेगा तो उसकी छुट्टी मंत्रिमंडल से कर दी जाएगी।
इसके अलावा मोदी सरकार में पर्यावरण मंत्रालय में राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को भी अपने पद से इस्तीफा देने को कहा गया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में भी बाबुल सुप्रियो मैदान में उतरे थे, लेकिन 50 हजार वोटों से हार गए थे। उन्होंने इसकी जानकारी अपने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए दी।
राव साहेब दानवे पाटिल व देबोश्री चौधरी
वहीं महाराष्ट्र की जलना लोकसभा सीट से सांसद राव साहेब दानवे पाटिल ने भी मोदी सरकार में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री थे। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की रायगंज लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद देबोश्री चौधरी को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। वह मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री थे।
रमेश पोखरियाल निशंक
बता दें कि रमेश पोखरियाल निशंक जोकि मोदी सरकार में मानव संसाधन मंत्री थे, उन्होंने भी इस सरकार से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि उन्हें कोरोना हो गया था और वह पिछले एक महीने तक एडमिट थ। ऐसे में उनके खराब स्वास्थ्य को कारण बताते हुए वो इस्तीफा दे रहे हैं।
संतोष गंगवार
वहीं बरेली से सांसद संतोष गंगवार को भी अपना पद त्यागना पड़ा है। बता दें कि मोदी सरकार में वो श्रम एवं रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। बता दें कि उनकी एक चिट्ठी वायरल हुई थी जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की कोरोना काल में आलोचना की थी।
बता दें कि यह मोदी 2.0 (दूसरा कार्यकाल) का पहला बड़ा फेरबदल होगा और उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के साथ 2022 के चुनावी परि²श्य को देखते हुए भी कई नाम सूची में रखे गए हैं।