नई दिल्ली। पहले अमेरिका…फिर मिस्र और अब फ्रांस के दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवाना हो चुके हैं। जहां वे विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसके अलावा आगामी 14 जुलाई को वो बैस्टिल दिवस कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। बता दें कि यह कार्यक्रम फांस के लिए बहुत अहम माना जाता है। इस कार्यक्रम की संज्ञा आप भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में दे सकते हैं। इस बीच पीएम मोदी फ्रांस के उद्योगपतियों से भी मुलाकात करेंगे। संभव है कि इस मुलाकात के दौरान फ्रांस और भारत के बीच विभिन्न समझौते पर हस्तक्षार होंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने फ्रांस के अखबार लेस इकोस को दिए इंटरव्यू में विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय साझा की। आइए, आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा…?
गलोबल साउथ
पीएम मोदी ने फ्रांसिस अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा कि लंबे समय से गलोबल साउथ को नकारा जा रहा है। इसी की वजह से गलोबल साउथ से जुड़े देशों में इसे लेकर दर्द भी देखने को मिलता है, लेकिन अफसोस आज तक इन देशों के हित की दिशा में वैश्विक मंच पर कोई आवाज नहीं उठाई गई है। इस बीच पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की भी वकालत की। इसके अलावा पीएम मोदी ने भारत की उभरती अर्थव्यवस्था पर भी अपने विचार व्यक्त किए। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नमे कहा कि आज की तारीख में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से उभर रही है। आज हमने अर्थव्यवस्था के मामले में ब्रिटेन जैसे देशों को भी पछाड़ दिया है। भारत की अर्थव्यवस्था अब तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था की दिशा में अग्रसर हो चुकी है।
पीएम मोदी ने किया सॉफ्ट पावर का जिक्र
इसके अलावा पीएम मोदी ने सॉफ्ट पावर का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज हर दिशा में तेजी से उभर रहा है। शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जिसमें हम नित दिन नए कीर्तिमान स्थापित ना किए हो। पीएम मोदी ने कहा कि देश के सिनेमा और संगीत की वैश्विक पहुंच, आयुर्वेद चिकित्सा के लिए नई पहलों और योग योग की दुनियाभर में सफलता का जिक्र कर कहा कि ये सब भारत की “सॉफ्ट पावर” को दिखाता है। इस बीच पीएम मोदी से सवाल किया गया कि भारत विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन चुका है, तो ऐसी स्थिति में वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति कैसे बदलेगी? तो इस पर पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि भारतीय सभ्यता हजारों साल पुरानी है। भारत में किसी अन्य देश की तुलना में सर्वाधिक आबादी निवास करती है। ऐसी स्थिति में युवाओं की अप्रतिम प्रतिभा का इस्तेमाल करके देश को विकसित करने की रूपरेखा तैयार की जा सकती है। भारत की सर्वाधिक युवा जनसंख्या ही हमारी संपत्ति है, जिसे अब हम आगामी दिनों में देश के विकास में निवेश करेंगे।
इस बीच पीएम मोदी से भारत से अमेरिका के संबंधों को लेकर भी सवाल किया गया जिस पर उन्होंने कहा कि निसंदेह गत कई वर्षों से भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते प्रगाढ़ होते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 सालों में मैंने खुद व्यक्तिगत स्तर पर अमेरिका के साथ भारत के रिश्ते को सकारात्मक रूप देने की दिशा में कदम उठाया है। इसके अलावा इंटरव्यू में पीएम मोदी से चीन भारत के रिश्ते को लेकर भी सवाल किया गया है। दरअसल, प्रधानमंत्री से सवाल किया गया कि पिछले कुछ वर्षों में चीन ने डिफेंस पर अपने खर्चे बढ़ा दिए हैं, तो क्या आप इसे भारत के लिए एक चुनौती के रूप में देखते हैं, वो भी ऐसी स्थिति में जब भारत और चीन के बीच सीमाई विवाद अपने चरम पर पहुंच चुका है।
कई दौरों की वार्ता के बावजूद भी इस तनाव में कोई कमी नहीं आई है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देखिए सबसे पहले आपको यह बात समझनी होगी कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में हमारा हित व्यापक है। इससे हमारा गहरा जु़ड़ाव है। इसे हम एक भविष्य के निर्माण के रूप में देखते हैं। इसके लिए शांति जरूरी है और मैं खुद कई बार दोहरा चुका हूं कि शांति से सभी मतभेदों का निराकरण किया जा सकता है। इसके अलावा पीएम मोदी ने लगे हाथों भारत और फ्रांस के रिश्ते पर भी अपनी राय साझा की जिसमें उन्होंने कहा कि दोनों देशों इंडो फैसिफिक क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली साझेदारियों में से एक हैं। हमारे बीच संबंध मधुर हैं और आगे भी रहेंगे। इस दिशा में हम लगातार कदम उठा रहे हैं।