
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को संबोधित किया है। बच्चों के लिए पीएम मोदी के कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ का ये तीसरा साल है। 2018 में पहली बार इसकी शुरुआत की गई थी।
अहम बातें-
जितना ज्यादा आप बच्चे को प्रोत्साहित करोगे, उतना परिणाम ज्यादा मिलेगा और जितना दबाव डालोगे उतना ज्यादा समस्याओं को बल मिलेगा। अब ये मां-बाप और अध्यापकों को तय करना है कि उन्हें क्या चुनना है: पीएम मोदी
मां-बाप को मैं कहूंगा कि बच्चे बड़े हो गए हैं ये स्वीकार करें, लेकिन जब बच्चें 2-3 साल के थे और तब आपके अंदर उनको मदद करने की जो भावना थी उसे हमेशा जिंदा रखिए। बच्चों को उनकी रुचि के सही रास्ते में आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित करना चाहिए: पीएम मोदी
मैं किसी परिजन पर कोई दवाब नहीं डालना चाहता, और न किसी बच्चे को बिगाड़ना चाहता हूं। जैसे स्टील के स्प्रिंग को ज्यादा खींचने पर वो तार बन जाता है, उसी तरह मां-बाप, अध्यापकों को भी सोचना चाहिए कि बच्चे कि क्षमता कितनी है: पीएम मोदी
मिशन चंद्रयान में आपका योगदान नहीं था, लेकिन आप ऐसे बैठे होंगे कि जैसे आपने ही ये किया हो। जब सफलता नहीं मिली तो आप भी डिमोटिवेट हुए। किसी चीज में आप विफल हो गए तो उसका मतलब है कि अब आप सफलता की ओर चल पड़े हैं: पीएम मोदी
क्या हम तय कर सकते हैं कि 2022 में जब आजदी के 75 वर्ष होंगे तो मैं और मेरा परिवार जो भी खरीदेंगे वो Make In India ही खरीदेंगे। मुझे बताइये ये कर्त्तव्य होगा या नहीं, इससे देश का भला होगा और देश की economy को ताकत मिलेगी: पीएम मोदी
सिर्फ परीक्षा के अंक जिंदगी नहीं हैं। कोई एक परीक्षा पूरी जिंदगी नहीं है। ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। लेकिन यही सब कुछ है, ऐसा नहीं मानना चाहिए। मैं माता-पिता से भी आग्रह करूंगा कि बच्चों से ऐसी बातें न करें कि परीक्षा ही सब कुछ है: पीएम मोदी
जाने अनजाने में हम लोग उस दिशा में चल पड़े हैं जिसमें सफलता -विफलता का मुख्य बिंदु कुछ विशेष परीक्षाओं के मार्क्स बन गए हैं। उसके कारण मन भी उस बात पर रहता है कि बाकी सब बाद में करूंगा, एक बार मार्क्स ले आऊं: पीएम मोदी
हम विफलताओं मैं भी सफलता की शिक्षा पा सकते हैं। हर प्रयास में हम उत्साह भर सकते हैं और किसी चीज में आप विफल हो गए तो उसका मतलब है कि अब आप सफलता की ओर चल पड़े हो: पीएम मोदी
क्या कभी हमने सोचा है कि Mood off क्यों होता है? अपने कारण से या बाहर के किसी कारण से। अधिकतर आपने देखा होगा कि जब Mood off होता है, तो उसका कारण ज्यादातर बाह्य होते हैं: पीएम मोदी
जैसे आपके माता-पिता के मन में 10वीं, 12वीं को लेकर टेंशन रहती है, तो मुझे लगा आपके माता-पिता का भी बोझ मुझे हल्का करना चाहिए। मैं भी आपके परिवार का सदस्य हूं, तो मैंने समझा कि मैं भी सामूहिक रूप से ये जिम्मेदारी निभाऊं: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर मैं ये चर्चा ना करता तो भी पीएम पद पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन मैंने खुद ये प्रस्ताव किया, मुझे लगा कि आपके माता-पिता का बोझ हल्का करना चाहिए। मैं भी तो आपके परिवार का सदस्य हूं।
फिर एक बार आपका ये दोस्त आप सबके बीच में है। सबसे पहले मैं आपको नववर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के जरिए बच्चों की क्लास लेने के लिए तालकटोरा स्टेडियम पहुंच चुके हैं। कार्यक्रम शुरू करने से पहले पीएम मोदी ने वहां लगी प्रदर्शनी को देखा।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi at an exhibition ahead of his interaction with school students during ‘Pariksha Pe Charcha 2020’ . pic.twitter.com/25epTcjfAi
— ANI (@ANI) January 20, 2020
पीएम मोदी ने परीक्षा पर चर्चा से पहले ट्वीट किया है। प्रधानमंत्री ने लिखा, ”आज के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार है। उनकी ऊर्जा और जीवंतता अद्वितीय है। आज हम परीक्षा से संबंधित कई विषयों और परीक्षाओं से परे जीवन के बारे में बात करेंगे।”
Eagerly awaiting today’s #ParikshaPeCharcha2020!
It is always a delight to connect with India’s youth. Their energy and vibrancy are unparalleled.
Today we would talk about numerous subjects relating to exams and even life beyond exams.
Do watch this programme. pic.twitter.com/cP5MDMTGDs
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2020