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BAPS Karyakar Suvarna Mahotsav : भगवान स्वामीनारायण के दुनियाभर में बने मंदिर भारत के सांस्कृतिक प्रतिबिंब, बीएपीएस के अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव में बोले पीएम नरेंद्र मोदी

BAPS Karyakar Suvarna Mahotsav : प्रधानमंत्री ने कहा, कार्यकर सुवर्ण महोत्सव सेवा के 50 वर्ष की यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। आप सभी के बड़े-बड़े संकल्पों का इतनी सहजता से सिद्ध हो जाना भगवान स्वामीनारायण की तपस्या का ही परिणाम है। विश्व के 28 देशों में भगवान स्वामीनारायण के 1,800 मंदिर, दुनियाभर में 21,000 से अधिक आध्यात्मिक केंद्र और सेवा के अलग-अलग प्रकल्पों का काम दुनिया जब देखती है तो इसमें भारत की आध्यात्मिक विरासत और पहचान के दर्शन करती है।

नई दिल्ली। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने प्रमुख स्वामी महाराज के जन्मदिवस पर आज अहमदाबाद में अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव का आयोजित किया। नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पीएम नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुवर्ण महोत्सव से जुड़े। मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज प्रमुख स्वामी महाराज की 103वीं जन्म जयंती के महोत्सव पर मैं गुरु हरि प्रगट ब्रह्म स्वरूप प्रमुख स्वामी महाराज को नमन करता हूं। उन्होंने इस दिव्य कार्यक्रम के आयोजन के लिए गुरु हरि महंत स्वामी महाराज और सभी श्रद्धेय संतों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।

पीएम बोले, कार्यकर सुवर्ण महोत्सव सेवा के 50 वर्ष की यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। 50 साल पहले स्वयंसेवकों का रजिस्ट्रेशन करके उन्हें सेवा कार्यों से जोड़ने की शुरुआत हुई। उस समय कार्यकर्ताओं का रजिस्ट्रेशन कराने के बारे में कोई सोचता भी नहीं था। आज यह देखकर बहुत खुशी होती है कि बीएपीएस के लाखों कार्यकर पूरी श्रद्धा और समर्पण से सेवा कार्यों में जुटे हैं।

मोदी ने कहा, यह किसी भी संस्था के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और इसके लिए मैं आपको बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। कार्यकर सुवर्ण महोत्सव भगवान स्वामीनारायण की मानवीय शिक्षाओं का उत्सव है। यह सेवा के उन दशकों की गौरव गाथा है, जिसने लाखों, करोड़ों लोगों के जीवन को बदल दिया है। मैं बीएपीएस की सेवा पहलों को करीब से देखने और उनके साथ जुड़ने का अवसर पाना अपना सौभाग्य मानता हूं।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, बीएपीएस के कार्यकर दुनिया भर में सेवा के माध्यम से करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव ला रहे हैं। अपनी सेवा से करोड़ों आत्माओं को स्पर्श कर रहे हैं और समाज के हाशिये पर खड़े लोगों को सशक्त बना रहे हैं। बीएपीएस के कार्य पूरे विश्व में भारत के सामर्थ्य और प्रभाव को ताकत देते हैं। विश्व के 28 देशों में भगवान स्वामीनारायण के 1,800 मंदिर, दुनियाभर में 21,000 से अधिक आध्यात्मिक केंद्र और सेवा के अलग-अलग प्रकल्पों का काम, दुनिया जब ये देखती है तो इसमें भारत की आध्यात्मिक विरासत और पहचान के दर्शन करती है। ये मंदिर भारत के सांस्कृतिक प्रतिबिंब हैं।

मोदी बोले, आप सभी के बड़े-बड़े संकल्पों का इतनी सहजता से सिद्ध हो जाना भगवान स्वामीनारायण की तपस्या का ही परिणाम है। उन्होंने हर जीव की और हर पीड़ित की चिंता की। उनके जीवन का हर पल मानव कल्याण के लिए समर्पित रहा। उनके द्वारा स्थापित मूल्य अब बीएपीएस द्वारा दुनिया भर में फैलाए जा रहे हैं।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भी मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे बचपन से ही बीएपीएस और भगवान स्वामीनारायण से जुड़ने का अवसर मिला। मुझे प्रमुख स्वामी महाराज का जो प्रेम और स्नेह मिला, वह मेरे जीवन की पूंजी हैं। उनके साथ कितने ही व्यक्तिगत प्रसंग हैं जो मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। हर पल उनका मार्गदर्शन और जनकल्याण के कामों के लिए उनका आशीर्वाद हमेशा मुझे मिलता रहा।