newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

PM Narendra Modi At Bhopal : पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश को दी सौगात, इंदौर मेट्रो, दतिया और सतना एयरपोर्ट का किया उद्घाटन

PM Narendra Modi At Bhopal : 1300 करोड़ की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए मोदी बोले, इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ेंगी, विकास में तेजी आएगी और रोजगार के अनेक नए अवसर पैदा होंगे। देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री ने उनके चित्र वाला एक स्मारक डाक टिकट और 300 रुपये का विशेष सिक्का भी जारी किया।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे जहां उन्होंने से दतिया और सतना हवाई अड्डों, इंदौर मेट्रो सहित 1300 करोड़ की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनके चित्र वाला एक स्मारक डाक टिकट और 300 रुपये का विशेष सिक्का भी जारी किया। मोदी ने कहा, आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हो गई है, तथा दतिया और सतना अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ेंगी, विकास में तेजी आएगी, तथा रोजगार के अनेक नए अवसर पैदा होंगे।

प्रधानमंत्री बोले, आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती है। 140 करोड़ भारतीयों के लिए यह अवसर प्रेरणा का है। यह राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में योगदान देने का आह्वान है। देवी अहिल्याबाई कहती थीं कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम उनकी सोच को आगे बढ़ाता है। लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर का नाम सुनते ही हृदय में श्रद्धा भर जाती है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलते समय शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई इस बात की प्रतीक हैं कि जब दृढ़ इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प हो तो परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हों, असाधारण परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

नरेंद्र मोदी बोले, देवी अहिल्याबाई को कई महान सामाजिक सुधारों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। आज जब हम बेटियों की शादी की उम्र पर चर्चा करते हैं, तो कुछ लोग धर्मनिरपेक्षता को खतरे में देखते हैं और मानते हैं कि यह हमारे धर्म के खिलाफ है। लेकिन मातृ शक्ति की सच्ची प्रतीक देवी अहिल्याबाई ने उस समय भी बेटियों की शादी की उचित उम्र के बारे में गहराई से सोचा था। हालाँकि उनकी खुद की शादी कम उम्र में हुई थी, लेकिन उन्हें पता था कि बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता सही है।