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PM Modi: बैठक थी कोरोना पर, लेकिन PM मोदी ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स न घटाने वाले राज्य सरकारों को बीच मीटिंग में ही सुना दिया

Coronavirus: खास बाते ये है कि बैठक कोरोना को लेकर की गई थी। मगर इस दौरान पीएम मोदी ने देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर और जनता की परेशानी को देखते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। पीएम मोदी ने राज्य सरकारों से वैट घटाने की गुजारिश की है। उन्होंने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के दौरान यह बात कही।

नई  दिल्ली। देश में बीते कई दिनों से कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। बीते 24 घंटे में करीब 3000 के मामले सामने आए है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कुछ राज्यों में कोविड के मामले तेजी देखी जा रही हैं। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलो को लेकर केंद्र की मोदी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। इसी कड़ी में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। बैठक में जहां पीएम मोदी ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्क रहने को कहा। वहीं कोरोना को लेकर हुई इस समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर बयान दिया है।

PM modi pic

खास बाते ये है कि बैठक कोरोना को लेकर की गई थी। मगर इस दौरान पीएम मोदी ने देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर और जनता की परेशानी को देखते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने तेल की बढ़ती कीमतों की वजह बताई। उन्होंने बताया कि रूस-यूक्रेन के बीच चल युद्ध के चलते तेल सप्लाई चैन प्रभावित हुई है। जिसकी वजह पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। पीएम मोदी ने राज्य सरकारों से वैट घटाने की गुजारिश भी की। उन्होंने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक के दौरान यह बात कही।

Petrol-Diesel

पीएम मोदी ने कहा कि, ”पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत का बोझ कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में पिछले नवंबर में कमी की थी। राज्यों से भी आग्रह किया गया था कि वो अपने यहां टैक्स कम करें। कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया, लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया गया।”

पीएम मोदी ने आगे कहा कि, ”महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, झारखंड, तमिलनाडु ने किसी न किसी कारण से केंद्र सरकार की बातों को नहीं माना और उन राज्य के नागरिकों पर बोझ पड़ता रहा। मेरी प्रार्थना है कि नंवबर में जो करना था, अब वैट कम करके आप नागरिकों को इसका लाभ पहुंचाएं।”