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Strictness On Terror: पाक के झंडे में लपेटा गया था हुर्रियत नेता गिलानी का शव, सरकार ने लिया सख्त एक्शन

Strictness On Terror: गिलानी ने हमेशा ही कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान का राग गाया। खुद तीन बार विधायक रहे, लेकिन कश्मीर को पाकिस्तान से मिलाने की बात कहते रहे।

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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के परिवार समेत तमाम लोगों के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों की रोकथाम के लिए बने सख्त UAPA कानून के तहत केस दर्ज किया है। इन सभी को गिरफ्तार किया जाना है। इन लोगों पर आरोप है कि गिलानी की मौत के बाद उनके शव को पाकिस्तान के झंडे में लपेटा गया और भारत विरोधी नारेबाजी की गई। इस मामले में यूएपीए कानून की धारा 13 और आईपीसी की धारा 353 के तहत बडगाम थाने में केस दर्ज किया गया है। गिलानी की बीते दिनों मौत हो गई थी। गिलानी के बेटे नसीम ने पहले कहा था कि उनके पिता की लाश को पुलिस जबरदस्ती ले गई और अंतिम संस्कार कर दिया। साथ ही उन्होंने परिवार की महिलाओं के साथ मारपीट का आरोप भी लगाया था, लेकिन जम्मू-कश्मीर पुलिस के बड़े अफसरों के मुताबिक दोनों ही आरोप गलत हैं और परिवार के साथ अन्य लोगों ने देशविरोधी काम किया है।

पुलिस के मुताबिक गिलानी के अंतिम संस्कार के लिए मदद की गई थी। 92 साल के गिलानी का बुधवार को श्रीनगर के हैदरपोरा इलाके में बने अपने मकान में निधन हो गया था। इसके बाद कश्मीर घाटी में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था। फिलहाल, ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन मोबाइल इंटरनेट सेवा को सोमवार से शुरू किया जाएगा।

गिलानी ने हमेशा ही कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान का राग गाया। खुद तीन बार विधायक रहे, लेकिन कश्मीर को पाकिस्तान से मिलाने की बात कहते रहे। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के उदारवादी गुट से अलग होकर अपनी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस बनाई। पाकिस्तान ने गिलानी की मौत के बाद एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया था। इसी से साफ हो जाता है कि गिलानी भले ही भारत में रहते हों, लेकिन वह पाकिस्तान के करीबी थे। हालांकि, पिछले काफी समय से कश्मीर के हालात पर उनकी कोई नहीं सुनता था। आम लोगों ने बंद के उनके आह्वानों पर भी रिएक्ट करना बंद कर दिया था।