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Kashi Vishwanath Temple’s Prasad Changed : काशी विश्वनाथ मंदिर का आज से बदल गया प्रसाद, चावल के आटे में भोलेनाथ पर चढ़े बेलपत्र मिलाकर बनाए जा रहे भोग के लड्डू

Kashi Vishwanath Temple’s Prasad Changed : शास्त्रों में लिखित प्रक्रियाओं के आधार पर भगवान शंकर के प्रसाद को तैयार करने का निर्णय श्री काशी विश्वनाथ धाम ट्रस्ट द्वारा लिया गया है। इसके लिए लगभग 4 से 5 महीने का गहन अध्ययन किया गया। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर प्रसादम विवाद के बाद काशी विश्ननाथ ट्रस्ट की ओर से यह फैसला लिया गया है।

नई दिल्ली। बाबा शिव की नगरी वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों को अब अलग तरह से बनाया गया प्रसाद मिलेगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम ट्रस्ट द्वारा आज दशहरे के दिन से नई प्रसादम व्यवस्था शुरू की गई है। शास्त्रों में लिखित प्रक्रियाओं के आधार पर चावल के आटे में भगवान को चढ़ाए गए बेलपत्र को मिलाकर लड्डू तैयार किए गए हैं। अब से भोलेनाथ को पौरणिक विधि से तैयार इन्हीं लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा और यही प्रसाद में मिलेंगे। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर प्रसादम विवाद के बाद काशी विश्ननाथ ट्रस्ट की ओर से यह फैसला लिया गया है।

इस संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए वाराणसी के आयुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि आज विजयादशमी पर्व पर हम एक कार्यक्रम की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर में ही बना प्रसाद अब से भक्तों को मिलेगा। लगभग आठ से दस महीने पहले, काशी विश्वनाथ ट्रस्ट द्वारा निर्णय लिया था, शिव जी ऊपर अर्पित होने वाली शास्त्रार्थ प्रक्रियाओं के अनुसार ध्यान केंद्रित करते हुए, शास्त्रों में उल्लिखित प्रक्रियाओं के आधार पर प्रसाद बनाएं। चार से पांच महीनों तक अध्ययन के बाद शिव को चढ़ाए जाने वाले चीजों की पहचान करने के लिए विभिन्न ग्रंथों का उपयोग करके अनुसंधान किया गया।

आयुक्त ने बताया इस शोध के बाद, हमने विभिन्न सामग्रियों का चयन किया, उनका निर्धारण किया पिछले तीन से चार महीनों में लगभग चालीस से पचास प्रकार के अलग-अलग नमूने तैयार करने के बाद इस नए प्रसाद को तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इसमें मुख्य रूप से चावल के आटे में भगवान को चढ़ाए गए बेलपत्रों को मिलाकर यह लड्डू बनाए गए हैं। इसमें क्वालिटी मेंटेन करने के लिए अमूल का योगदान लिया जाएगा। सात्विक तरीके से लड्डू बनाए जाएंगे और लड्डू को बनाने के लिए सिर्फ हिंदू धर्म के लोगों की सेवा ली जाएगी।