
गोपालगंज। चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। प्रशांत किशोर ने अपनी जन सुराज यात्रा के दौरान गोपालगंज के सिधवलिया में सोमवार को नीतीश को घेरा। प्रशांत किशोर ने बताया कि नीतीश कुमार आखिर बीजेपी का साथ छोड़कर एक बार फिर आरजेडी के साथ क्यों गए। पीके के नाम से पहचाने जाने वाले प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश एक डर की वजह से लालू की आरजेडी से दोबारा हाथ मिलाने पर मजबूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश मार्च 2022 में मुझसे मिले थे। उनसे लंबी बातचीत भी हुई थी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को लग रहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर बीजेपी जीतेगी। इसके बाद बिहार में उन्हें सीएम पद से हटा दिया जाएगा। बिहार का अगला विधानसभा चुनाव बीजेपी नीतीश के साथ मिलकर नहीं लड़ने जा रही थी। सीएम पद गंवाने के डर से ही नीतीश कुमार एक बार फिर आरजेडी के साथ चले गए। प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि नीतीश को आरजेडी से कोई लगावन नहीं है। आरजेडी भी उनके बारे में अच्छे से जानती है। उन्होंने ये भी कहा कि आरजेडी के साथ जाने के बाद भी नीतीश दिल्ली में बीजेपी के साथ हैं। इसी वजह से हरिवंश नारायण को राज्यसभा में उपसभापति बनवा रखा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आरजेडी और जेडीयू का जन्म ही एक-दूसरे का विरोध करने के लिए हुआ है। इनके विचार ही नहीं मिलते। मुझे पता है कि 2015 से इनके बीच कितनी खींचतान है। दोनों दलों के नेता कहते रहेंगे कि हम भाई हैं, लेकिन वे पेट और पीठ में छुरा भी घोंपते रहते हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में आरजेडी और नीतीश के जेडीयू का नाता फिर टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि 7 दलों के गठबंधन से सरकार तो चलाई जा सकती है, लेकिन चुनाव नहीं लड़ा जा सकता।