newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

NEET 2025 Exam: नीट 2025 की परीक्षा देने वाले हैं?, इसे गौर से पढ़ लीजिए

NEET 2025 Exam: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने नीट परीक्षा 2025 का पैटर्न बदल दिया है। अगर आप नीट परीक्षा देने वाले हैं, तो इस खबर को गौर से पढ़ लीजिए। एनटीए के मुताबिक नीट 2025 की परीक्षा को कोविड महामारी से पहले होने वाली परीक्षा जैसा कर दिया गया है। इसके तहत कई तरह की छूट को एनटीए ने खत्म कर दिया है। परीक्षा पास करने के लिए आपको क्या करना होगा, ये इस खबर को पढ़कर जान सकते हैं।

नई दिल्ली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने नीट परीक्षा 2025 का पैटर्न बदल दिया है। अगर आप नीट परीक्षा देने वाले हैं, तो इस खबर को गौर से पढ़ लीजिए। एनटीए के मुताबिक नीट 2025 की परीक्षा को कोविड महामारी से पहले होने वाली परीक्षा जैसा कर दिया गया है। अब नीट परीक्षा में ऑप्शनल सेक्शन ‘बी’ परीक्षार्थियों को नहीं मिलेगा। नीट 2025 परीक्षा से जुड़ी जानकारी एनटीए आने वाले समय में जारी करने वाला है। एनटीए ने जानकारी दी है कि नीट परीक्षा में 180 सवाल होंगे। जिनको 180 मिनट में करना होगा। ये सभी कम्पल्सरी होंगे। यानी परीक्षार्थियों को हर सवाल हल करना होगा। परीक्षार्थी चाहें, तो वे सवाल छोड़ भी सकते हैं। इससे उनकी मेरिट पर असर पड़ेगा।

एनटीए ने बताया है कि नीट परीक्षा 2025 के प्रश्नपत्र में भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान के 45-45 सवाल होंगे। वहीं, बायोलॉजी के 90 सवाल पूछे जाएंगे। नीट परीक्षा 2025 में परीक्षार्थियों को अतिरिक्त समय भी नहीं दिया जाएगा। कोविड महामारी के दौर में हुए इम्तिहानों में नीट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र हल करने के लिए अतिरिक्त समय देने का एनटीए ने फैसला किया था। एनटीए ने ये भी बताया है कि नीट यूजी परीक्षा के रजिस्ट्रेशन के लिए अपार आईडी भी होना जरूरी नहीं होगा। एनटीए के मुताबिक नीट यूजी परीक्षा के लिए परीक्षार्थी अन्य तरीकों से भी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। जल्दी ही जारी होने वाले बुलेटिन में इन तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

अपार आईडी के तहत हर छात्र की परीक्षा के क्रेडिट अंक डिजिटल तरीके से स्टोर किए जाते हैं। अपार आईडी से पता चलता है कि संबंधित छात्र ने 10वीं, 12वीं और अन्य परीक्षाओं में कितने अंक हासिल किए। इस वजह से एक तरफ तमाम कागजात देखने और उनकी वास्तविकता जानने में वक्त जाया नहीं होता और इससे किसी भी तरह के फर्जीवाड़े पर भी रोक लग जाती है।