
नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति लिए आज शाम पांच तक चुनाव संपन्न हो गए। राष्ट्रपति चनाव में विपक्ष की ओर से जहां यशवंत सिन्हा को चुनावी मैदान में उतारा गया है, तो वहीं सत्तारूढ़ दल की ओर से द्रौपदी मुर्मू को चुनावी मैदान में उतारा गया है। दोनों ही प्रत्याशियों की तरफ से जमकर चुनाव प्रचार किए गए, लेकिन विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को विपक्षी दलों का साथ नहीं मिला। जिस तरह से उनके ही सहयोगी दलों ने उनका साथ देने से इनकार कर दिया है, उससे लगता नहीं है कि उनके जीतने की कोई संभावना है। आपको बता दें कि पहले महाराष्ट्र में शिवसेना ने उन्हें समर्थन देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के प्रमुख हेमंत सोरेन ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद यशवंत के जीतने की कोई संभावना नजर नहीं आती है।
Voting in the election being held for the post of President of India is over at Parliament
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— ANI (@ANI) July 18, 2022
उधर, आज जिस तरह समाजवादी पार्टी, राकांपा और कांग्रेस के कई विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोट किया है, उसके बाद से यशंवत के हारने की उम्मीद और प्रबल हो चुकी है। इतना ही नहीं, विपक्ष को यह पहले से ही अभास हो चुका था कि उनकी पार्टी के विधायक उनके फरमानों की नाफरमानी कर सकते हैं। इसलिए, शायद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश ने बाकायदा पार्टी व्हिप जारी कर साफ कर दिया था कि अगर किसी ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोट किया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन आज हम सभी ने देखा कि कैसे राष्ट्रपति चुनाव में सपा विधायकों ने अखिलेश के निर्देशों की अवेहलना कर द्रौपदी के समर्थन में वोट किया है, जिससे एक बात साफ जाहिर होती है कि विपक्षी दलों से लेकर राजग के सहयोगी दलों के बीच मुर्मू की स्वीकार्यता है।
वहीं, अगर मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव जीतने में सफल होती हैं, तो वो देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनने में कामयाब रहेंगी। बता दें कि इससे पहले प्रतिभा पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का तगमा हासिल कर चुकी हैं। 21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद 25 जुलाई को देश के नए राष्ट्रपति के नाम की घोषणा की जाएगी। हालांकि, मौजूदा राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखते हए मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की संभावना अधिक प्रबल नजर आती है। वहीं, अगर आज हुए मतदान की बात करें, तो रिटर्निंग ऑफिसर ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि देश में हर जगह शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण तरीके से चुनाव हुए हैं। संसद में कुल 99.18 प्रतिशत मतदान हुआ। सोमवार शाम तक देशभर से संसद में सभी बैलेट बाक्स पहुंचेंगे।
अब ऐसे में अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी रहेंगी कि आखिर देश का अगला महामहिम कौन होता है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने के लिए देश कई बड़े नेता पहुंचे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक का नाम शामिल हैं। सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत विपक्ष के कई बड़े नेता राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने पहुंचे हैं।
इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम देखने को मिले। इस बीच राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने पहुंचे अधिकांश नेता मीडिया से मुखातिब होने में गुरेज करते हुए ही दिखे, लेकिन जिस किसी पार्टी के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए देखे। उन्होंने जरूर मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में इस पर अपना रोष व्यक्त किया है। अब ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर टिकी रहेंगी कि आखिर देश का अगला राष्ट्रपति कौन होता है। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम