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Surgical Strike On Social Media: खालिस्तानियों के सोशल मीडिया पर मोदी सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक, कनाडा के सांसद समेत कई ट्विटर अकाउंट बैन
अब तक इन ट्विटर हैंडल से लगातार भारत विरोधी प्रोपेगेंडा चल रहा था। पंजाब में खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद इन ट्विटर अकाउंट से तमाम तरह की फर्जी जानकारियां दी जा रही थीं। इनमें से कई भड़काऊ थीं।
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने भारत विरोधी तत्वों और खासकर खालिस्तान के समर्थकों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। सरकार ने सोमवार को सोशल मीडिया पर भारत विरोधी और खालिस्तानी एजेंडा चलाने वालों के ट्विटर अकाउंट बैन कर दिए हैं। इन ट्विटर अकाउंट्स से लगातार भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और खालिस्तान समर्थकों का पक्ष लिया जा रहा था। जिनके ट्विटर अकाउंट बैन किए गए हैं, उनमें कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और वहां सांसद जगमीत सिंह भी है। जगमीत लगातार भारत विरोधी एजेंडा अपने ट्विटर हैंडल से चलाते रहे हैं। जगमीत के अलावा कनाडा की रूपी कौर, यूनाइटेड सिख संगठन और गुरदीप सिंह सहोता का ट्विटर अकाउंट भी भारत में बैन कर दिया गया है।
More Pro Khalistan Twitter accounts blocked in India, these include some Canadian government officials. pic.twitter.com/2nUadAdAWx
— ANI (@ANI) March 20, 2023
अब तक इन ट्विटर हैंडल से लगातार भारत विरोधी प्रोपेगेंडा चल रहा था। पंजाब में खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद इन ट्विटर अकाउंट से तमाम तरह की फर्जी जानकारियां दी जा रही थीं। इनमें से कई भड़काऊ थीं। कनाडा के सांसद जगमीत सिंह ने तो अपने यहां के पीएम जस्टिन ट्रूडो से अपील तक कर दी थी कि पंजाब में सरकारी कार्रवाई के बारे में वो भारत सरकार से बात करें। सरकार ने उपरोक्त सभी के अलावा और भी कई ट्विटर अकाउंट्स पर कार्रवाई की है।
अमृतपाल सिंह और उसके साथियों पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद विदेश में बसे खालिस्तान समर्थक लगातार भारत विरोधी गतिविधियां तेज किए हुए हैं। लंदन में भारतीय उच्चायोग और अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के कॉन्सुलेट यानी वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला कर तोड़फोड़ भी की। इन घटनाओं पर भारत सरकार ने ब्रिटेन और अमेरिका की सरकार से कड़ा विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। लंदन की घटना के संबंध में ब्रिटिश पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है।