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कुवैत में लोगों को महंगा पड़ गया नूपुर शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना, सरकार ने ऐसे सिखाया कड़ा सबक

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर निर्वासण केंद्र भी भेजने का निर्दोश दिया गया है। जहां से उन्हें उनके देश रवाना कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, ऐसे सभी लोगों पर हमेशा-हमेशा के लिए कुवैत जाने पर रोक लगा दी जाएगी। बता दें कि बीते दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के संदर्भ में विवादित टिप्पणी की थी।

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नई दिल्ली। कुवैत में रह रहे प्रवासी भारतीयों को बीजेपी की पूर्व नेता नूपुर शर्मा के विरोध में प्रदर्शन करना महंगा पड़ गया। वहां की सरकार ने ऐसे सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, जो विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। इसमें पाकिस्तान, बंग्लादेश और भारत के लोग भी शामिल हुए थे। कुवैत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में रह रहे प्रवासी लोगों को निर्धारित नियमों का पालन करने की दिशा में गंभीर रहना चाहिए। बता दें कि कुवैत सरकार के मुताबिक, वहां रह रहे किसी भी प्रवासी को धरना करना, विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है और अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके विरोध में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस खबर के बारे में आरएसएस से सबद्ध प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंदकुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करने वाले भारतीयों को भारत भेजा जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर निर्वासण केंद्र भी भेजने का निर्दश दिया गया है। जहां से उन्हें उनके देश रवाना कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों पर हमेशा-हमेशा के लिए कुवैत जाने पर रोक लगा दी जाएगी। बता दें कि बीते दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के संदर्भ में विवादित टिप्पणी की थी, जिसके विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। खाड़ी के भी कई देशों ने नूपुर के बयान को लेकर भारत के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया है।

जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। लेकिन जिस तरह नूपुर के बयान को लेकर यूपी समेत देश के विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन की आड़ में हिंसा देखने को मिली है। उसे लेकर सरकार अब सख्त हो चुकी है।  अब तक हिंसा में संलिप्त कई लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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