जमानत पर बाहर आए AMU के छात्र ने फिर दिया विवादित बयान, बाबरी मस्जिद को लेकर शेयर की ऐसी फोटो
एएमयू(AMU) के एक वरिष्ठ शिक्षक के बेटे उस्मानी को पिछली 10 जुलाई को आतंकवाद रोधी दस्ते ने आजमगढ़(Azamgarh) जिले में गिरफ्तार किया था। उस्मानी को पिछले साल दिसंबर में एएमयू में सीएए(CAA) विरोधी प्रदर्शनों के मामले में गिरफ्तार किया था।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून(CAA) के खिलाफ हुए प्रदर्शन में भड़काऊ भाषण देने का आरोपी शरजील उस्मानी ने एक बार फिर भड़काऊ काम किया है। इस बार शरजील उस्मानी(Sharjeel Usmani) ने बाबरी मस्जिद(Babari Mosque) को लेकर एक फोटो शेयर की है, जिससे फिर से हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है।
बता दें कि जमानत पर रिहा उस्मानी ने अपने ट्विटर अकाउंट के कवर पर एक ऐसी फोटो लगाई है जिसमें लिखा है ‘बाबरी दोबारा बनाएंगे।’ शरजील ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, शरजील ने एक ट्वीट कर कहा, ‘आप सभी की प्रार्थनाओं और समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद। मैं आपके कॉल और संदेशों का जवाब न दे सकने के लिए माफी चाहता हूं। मेरा फोन और अन्य सामान अभी भी एटीएस के पास हैं। मैं डुप्लिकेट सिम कार्ड के माध्यम से इन प्लेटफार्मों तक पहुंच प्राप्त करने में सक्षम हूं।’
Thank you all for all your prayers and support. I apologise for being able to answer to your calls and messages. My phone and other belongings are still with the ATS. It is only now that I have been able to get access to these platforms via duplicate sim card. pic.twitter.com/pRX974OUVM
— Sharjeel Usmani (@SharjeelUsmani) September 15, 2020
शरजील ने अपने इस ट्वीट में एक लेटर भी पोस्ट किया है जिसमें एक बार फिर से मुस्लिम आबादी को सरकार और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भड़काने की कोशिश की गई है। गौरतलब है कि शरजील को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी आंदोलन के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसे इसी महीने जमानत पर रिहा किया गया है। इसके बाद भी वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।
एएमयू के एक वरिष्ठ शिक्षक के बेटे उस्मानी को पिछली 10 जुलाई को आतंकवाद रोधी दस्ते ने आजमगढ़ जिले में गिरफ्तार किया था। उस्मानी को पिछले साल दिसंबर में एएमयू में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उस्मानी पर एएमयू में हुए सीएए विरोधी आंदोलन का योजनाकार बताया था।