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अब गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से नहीं कर सकेंगे PUBG डाउनलोड

भारत (India) में बैन होने के एक दिन बाद ही लोकप्रिय मोबाइल गेम -पबजी (PUBG) के मोबाइल वर्जन और लाइट वर्जन को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) तथा एप्पल ऐप स्टोर्स (Apple App Store) से हटा दिया गया है।

नई दिल्ली। भारत (India) में बैन होने के एक दिन बाद ही लोकप्रिय मोबाइल गेम -पबजी (PUBG) के मोबाइल वर्जन और लाइट वर्जन को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) तथा एप्पल ऐप स्टोर्स (Apple App Store) से हटा दिया गया है। इसका मतलब यह है कि पबजी मोबाइल (PUBG Mobile) अब देश में एंड्रायड (Android) या आईओएस (iOS ) यूजर्स के लिए डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं है। हां, जो लोग अपने स्मार्टफोन पर इस गेम को पहले डाउनलोड कर चुके हैं, वे इसका लुत्फ ले सकेंगे लेकिन उन्हें अपडेट्स नहीं मिल सकेंगे। सरकार ने बीते दिनों पबजी के अलावा 118 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया था। सरकार ने कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर चीनी ऐप्स पर बैन लगाया गया है।

इससे पहले जुलाई में सरकार ने 59 ऐप्स पर बैन लगाया था और उससे पहले जून में 47 ऐप्स पर बैन लगाया था। पबजी मोबाइल दुनिया के सबसे सफल गेम्स में से एक है। इसके दुनिया भर में 60 करोड़ डाउनलोड्स और वैश्विक स्तर पर पांच करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। भारत में भी इसके करोड़ों यूजर्स हैं।

आपको बता दें कि पबजी मोबाइल जहां भारत में बैन हुआ है वहीं PUBG डेस्कटॉप या PUBG PC अभी भी भारत में बैन नहीं हुआ है। चूंकि पबजी डेस्कटॉप पर अभी भी साउथ कोरियन कंपनी ब्लूहोल का मालिकाना हक है इसलिए इसे शायद भारत में बैन नहीं किया गया है।

इसका मतबल यह हुआ कि भारत में अभी भी पीसी पर PUBG खेला जा सकता है। इसके अलावा पबजी PS4 और Xbox पर अभी खेला जा सकता है। लेकिन मोबाइल की तरह PUBG PC फ़्री नहीं है और इसके लिए पैसे देने होते हैं। पबजी वेबसाइट के अनुसार इसके लिए आपको 999 रुपए खर्च करने होंगे।

App बैन होते ही तिलमिला उठा चीन और गाने लगा ये राग…

इससे पहले भारत के द्वारा सौ से अधिक मोबाइल ऐप्स पर लगाए गए बैन के बाद चीन का रिएक्शन सामने आया है। चीन की ओर से कहा गया है कि ये एक चिंता का विषय है और इससे चीनी कारोबारियों के हितों को नुकसान पहुंचा है।

india china flag

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री के हवाले से कहा है कि भारत के द्वारा जो मोबाइल ऐप्स पर बैन किया गया है। उससे चीनी इन्वेस्टर्स और सर्विस प्रोवाइडर के हितों को चोट पहुंची है। चीन इस मसले पर गंभीर है और इसका कड़ा विरोध करता है। लद्दाख में चल रहे तनाव के बीच भारत अब तक चीन के 224 ऐप पर बैन लगा चुका है।