
नई दिल्ली। पुणे की छात्रा रुतुजा वारहाड़े ने नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की प्रवेश परीक्षा में महिला अभ्यर्थियों में टॉप किया है। एनडीए ने साल 2021 में महिलाओं के लिए अपने दरवाजे खोले थे। इस साल एनडीए की प्रवेश परीक्षा में वीमेंस कैटेगरी में निकाले गए 27 पदों के लिए 1.5 लाख से ज्यादा महिला अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को पछाड़कर रुतुजा वारहाड़े ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। वहीं संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा जारी मेरिट सूची में रुतुजा वारहाड़े ने तीसरा स्थान पाया है जो कि अपने आप में गर्व की बात है।
रुतुजा जब नौवीं क्लास में ही मन बना लिया था कि वो सशस्त्र बलों में शामिल होकर देश की सेवा करेंगी। इसके लिए 11वीं क्लास से एनडीए में प्रवेश के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। इतना ही नहीं रुतुजा ने सैन्य पायलट बनने के अपने लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ाते हुए कम्प्यूटरीकृत पायलट चयन प्रणाली (सीपीएसएस) एग्जाम भी पास किया। रुतुजा की इस सफलता के पीछे उनके शिक्षक माता-पिता के समर्थन और उनसे मिली प्रेरणा की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनके पिता एक इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं, जबकि उनकी माँ गणित की ट्यूशन क्लासेस चलाती हैं। रुतुजा की एक छोटी बहन भी है जो अभी क्लास 4 की छात्रा है।
वहीं अपनी इस कामयाबी के बारे में बात करते हुए रुतुजा का कहना है कि मुझे उम्मीद थी कि शीर्ष 10 अभ्यर्थियों में मेरा चयन होगा लेकिन इतने अच्छे स्कोर की उम्मीद मैंने भी नहीं की थी। रुतुजा अपने परिवार में सशस्त्र बलों में शामिल होने वाली पहली महिला होंगी। पुणे की रहने वाली रुतुजा जून में कैडेटों के नए बैच में शामिल होंगी। रुतुजा ने अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू कर दिया है ताकि भविष्य में होने वाली कठिन ट्रेनिंग को पूरा कर सकें। उन्होंने बताया कि मैं रोजाना 3 से 3.5 किलोमीटर दौड़ लगाती हूँ और धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 10 किलोमीटर करने का लक्ष्य है। इसके साथ साथ ही पुश-अप और स्क्वैट्स भी करती हूँ।