newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Punjab: अश्लील वीडियो मामले में बुरी तरह फंसे पंजाब के मंत्री लाल चंद कटारूचक्क, विपक्ष के हमले के बीच कार्रवाई के आसार

Punjab: सोशल मीडिया पर पीड़ित युवक का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वो कहता हुआ सुना जा सकता है कि पंजाब सरकार के मंत्री उसे काम के बहाने से बुलाते और उस से संबंध कायम करते थे। इसके अलावा मंत्री के खिलाफ बोलने के चलते उसे मिल रही धमकियों के बारे में भी युवक ने बताया। वहीं इस पूरे मामले पर सख्त अनुसूचित जाति आयोग ने पंजाब सरकार को पीड़ित को उचित सुरक्षा प्रदान करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।

नई दिल्ली। एक तरफ दिल्ली में ‘शीशमहल’ हंगामे को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार घिरी हुई है तो अब पंजाब में भी एक नया बवाल खड़ा हो गया है। एक मामले में पंजाब के खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक्क के लिए मुश्किल और बढ़ने वाली है। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को मंत्री लाल चंद कटारूचक्क की विवादित वीडियो की फरेंसिक रिपोर्ट भेज दी है। फरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो से छेड़छाड़ नहीं की गई है। उसमें दिखने वाले सभी किरदार सही हैं। राज्यपाल ने कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा की शिकायत के साथ रिपोर्ट को आगे की कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री के पास प्रेषित कर दिया है। वहीं ये पूरा मामला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के सामने ये एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरकर सामने आया है।

पंजाब में इस पूरे घटनाक्रम पर अब विपक्ष ने भी आवाज उठाना शुरू कर दिया है। विपक्ष ने जोरदार हमला बोलते हुए, वीडियो सैंपल की जांच की मांग की है। ये मांग कांग्रेस के सुखपाल खैरा ने राज्यपाल के समक्ष उठाई है। लेकिन विपक्ष में सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी और अकाली शिरोमणि दल भी आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्री के ऊपर कार्रवाई कर उसको मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग उठा रहे है। लेकिन बावजूद इसके मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक्क को बचाने के लिए कोशिशों में जुटे हैं। लेकिन ये रिपोर्ट उनके प्रयासों को विफल कर सकती है। भगवंत मान के ऊपर अब दवाब बढ़ने लगा है।

सोशल मीडिया पर पीड़ित युवक का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वो कहता हुआ सुना जा सकता है कि पंजाब सरकार के मंत्री उसे काम के बहाने से बुलाते और उस से संबंध कायम करते थे। इसके अलावा मंत्री के खिलाफ बोलने के चलते उसे मिल रही धमकियों के बारे में भी युवक ने बताया। वहीं इस पूरे मामले पर सख्त अनुसूचित जाति आयोग ने पंजाब सरकार को पीड़ित को उचित सुरक्षा प्रदान करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।