नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के नार्थ 24 परगना के मध्यमग्राम में नाबालिग लड़की के यौन शोषण की घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल है। एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक हालात को देखते हुए वहां पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी तैनात किया गया है। आपको बता दें कि इस घटना से गुस्साए लोगों ने इससे पहले सुबह नाबालिग के यौन शोषण के आरोपी पंचायत सदस्य के घर पर तोड़फोड़ कर दी थी। इसके बाद पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा था। अब पश्चिम बंगाल पुलिस ने मध्यमग्राम की घटना समेत अलग-अलग जगहों पर छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न की तीन अन्य घटनाओं के संबंध में सोशल मीडिया के जरिए वक्तव्य जारी किया है। पश्चिम बंगाल पुलिस के मुताबिक जिलों में यौन शोषण संबंधी कुछ घटनाओं को लेकर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। तथ्य ये हैं-
Misinformation is being spread about a few incidents in the districts. Facts are:
1. One patient has been accused of bad touch to a nurse in Ilambazar BPHC and has been arrested..(1/3)
— West Bengal Police (@WBPolice) September 1, 2024
1. इलमबाजार बीपीएचसी में नाइट ड्यूटी के दौरान एक मरीज पर नर्स को गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया गया है। जिसके बाद मरीज को गिरफ्तार कर लिया गया है।
2. कृष्णानगर पीडी में एक लड़की के साथ उसके चचेरे भाई द्वारा यौन उत्पीड़न का मामला संज्ञान में आया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
4. A lab technician has been arrested on a complaint of sexual molestation of a girl in Howrah District Hospital.
WBP believes in zero tolerance towards offences against women. Stern legal action will be taken against offenders as also against those spreading misinformation(3/3)— West Bengal Police (@WBPolice) September 1, 2024
3. मध्यमग्राम में यौन उत्पीड़न की एक घटना में एकमात्र आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार व्यक्ति पंचायत सदस्य नहीं है, जैसा कि मीडिया में दावा किया जा रहा है।
4. हावड़ा जिला अस्पताल में एक लड़की से यौन उत्पीड़न की शिकायत पर एक लैब टेक्नीशियन को गिरफ्तार किया गया है।
पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से कहा गया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति में विश्वास करती है। अपराधियों के साथ-साथ गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।