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Bihar Political Turmoil: राहुल की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से नीतीश ने बनाई दूरी, लेकिन PM मोदी के इस कार्यक्रम में होंगे शामिल

Bihar Political Turmoil: दरअसल, नीतीश कुमार ने आगामी 4 फरवरी को बेतिया के सुगौली में पीएम मोदी की आयोजित होने वाली बैठक में शामिल होने का ऐलान किया है। बता दें कि उन्होंने यह ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब हाल ही में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने ना होने की बात कही थी।

नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बदले तेवर ने आरजेडी की चिंता बढ़ा दी है, जिससे लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव की राजनीतिक आकांक्षाओं पर कुठाराघात लगा है। नीतीश के इस तेवर से नाराज होकर लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने लगातार तीन ट्वीट कर उन पर निशाना साधा, लेकिन उन्होंने तीनों में से किसी भी ट्वीट में नीतीश कुमार का जिक्र नहीं किया। यही नहीं, बाद रोहिणी ने अपने तीनों ट्वीट डिलीट कर दिए। बता दें, ये तीनों ही ट्वीट उन्होंने कैबिनेट बैठक संपन्न होने के बाद डिलीट किए। जिसमें नीतीश और तेजस्वी शामिल हुए थे। यह बैठक महज 15 मिनट ही चली, लेकिन दोनों ही नेता इस दौरान एक-दूसरे से नजरें चुराते हुए नजर आए। दोनों में से किसी ने भी बैठक के बाद मीडिया ब्रीफ्रिंग तक नहीं की।

फिलहाल, बिहार में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच दिल्ली से लेकर राजधानी पटना में बैठकों का सिलसिला जारी है। अब ऐसे में आगामी दिनों में क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। वहीं, बीजेपी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि हमें नीतीश को अपने पाले में करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें इस बार मुख्यमंत्री का पद नहीं दिया जा सकता है, जिसे ध्यान में रखते हुए माना जा रहा है कि नीतीश कुमार विधानसभा भंग करने पर विचार कर सकते हैं। इस संदर्भ में वो फिलहाल विधिक विशेषज्ञों से राय ले रहे हैं। ध्यान दें, अगर नीतीश विधानसभा भंग करते हैं, तो लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हो सकते हैं, जिससे सीधा फायदा बीजेपी को ही पहुंचेगा।

इस बीच बिहार में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच नीतीश कुमार ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिससे अवगत होने के बाद ना महज राजद, बल्कि इंडिया गठबंधन के घटक दलों को भी मिर्ची लग सकती है। दरअसल, नीतीश ने आगामी 4 फरवरी को बेतिया के सुगौली में पीएम मोदी की आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का ऐलान किया है। बता दें कि उन्होंने यह ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब हाल ही में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने ना होने की बात कही थी। यही नहीं, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से नीतीश को बाकायदा चिट्ठी भी लिखी गई थी, जिसमें उनसे इस यात्रा में शामिल होने की अपील भी की गई थी। जयराम रमेश ने खुद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने नीतीश को पत्र लिखकर उनसे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने शायद आना जरूरी नहीं समझा।

उधर, राहुल ने गणतंत्र दिवस को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा को दो दिन के लिए विराम दे दिया है। बता दें कि बीते दिनों उनकी यह यात्रा पश्चिम बंगाल पहुंची, जहां ममता ने भी इस यात्रा से दूरी बनाकर रखी है। इसके अलावा ममता स्पष्ट कर चुकी है कि वो आगामी लोकसभा चुनाव अकेली ही लडेंगी। वो किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। ध्यान दें, उन्होंने यह ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब पिछले कई दिनों से कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीट बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। बीते दिनों इस संदर्भ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी सवाल किया गया था, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल हमारे बीच कोई विवाद नहीं है। वहीं, जैसे सीट बंटवारे को लेकर बात बन जाएगी, तो आपको इस बारे में जानकारी दे दी जाएगी। उधर, ममता के अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वो कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगे।

वहीं, इन तमाम राजनीतिक घटनाओं के बीच अगर नीतीश कुमार आरजेडी को गच्चा देकर बीजेपी की नौका पर सवार हुए, तो यह इंडिया गठबंधन के लिए भी बड़ा झटका होगा, क्योंकि इंडिया गठबंधन की बुनियाद ही राजधानी पटना में पड़ी थी, जिसमें मुख्य भूमिका नीतीश कुमार ने ही निभाई थी। फिलहाल बैठकों का सिलसिला जारी है। बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की भी इस संदर्भ में बैठक हुई थी।