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Rahul Gandhi Wayanad: ‘मैं इन दो घटनाओं को कभी नहीं भूलूंगा…’, वायनाड में बोले राहुल गांधी

Rahul Gandhi : लोकसभा सांसद बहाल होने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर वायनाड पहुंचे हैं। जहां उनका कांग्रेस नेताओं ने भव्य स्वागत किया। राहुल 13 और 14 अगस्त को वायनाड में ही रहेंगे। वहीं, अब राहुल जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। आइए, आगे आपको बताते हैं कि राहुल क्या कुछ कह रहे हैं।

नई दिल्ली। सांसदी बहाली के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी वायनाड पहुंचे। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करने के क्रम में मुख्तलिफ मसलों पर अपनी राय साझा की। इस बीच कांग्रेस की अगुवाई में यूडीएफ ने उनका जोरदार स्वागत किया। राहुल के पहुंचते ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद राहुल ने अपना भाषण शुरू किया। अपने भाषण की शुरुआत  में राहुल ने कहा कि मैं देर से आने के लिए माफी चाहूंगा। राहुल ने कहा कि मैं बीते दिनों मणिपुर गया था। मैंने अपने 19 साल के राजनीति के करियर में वहां वो देखा, जो कि मैंने पहले कभी नहीं देखा था। हालांकि, मैंने इससे पहले भी कई जगहों का दौरा किया था। बाढ़, बारिश, हिंसा सहित अन्य घटनाओं पर मैंने प्रभावित इलाकों का दौरा किया, लेकिन मैंने जो मणिपुर में देखा था, वो मैंने कहीं नहीं देखा। आप मेरे परिवार हैं, इसलिए यह मेरे लिए अहम हो जाता है कि मैं आपको बताऊं कि मैंने वहां क्या देखा?

यहां देखिए राहुल का लाइव भाषण

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मैं आज आप लोगों के साथ मणिपुर दौरे के दौरान घटी उन दो घटनाओं के बारे में साझा करना चाहूंगा, जिन्हें मैं कभी नहीं भूल सकता हूं। इन दो घटनाओं ने मुझे विचलित कर दिया था। अपने दौरे के दौरान मैं एक कमरे में दाखिल हुआ। जहां मुझे दो महिलाएं दिखीं। पहली महिला अपने परिवार के सदस्य के साथ थी। वहीं दूसरी महिला अकेली ही गुमशुम बैठी थी, तो मैंने उससे पूछा कि आपका परिवार कहां है, तो इस पर उसने कहा कि मेरा परिवार नहीं रहा। मेरे परिवार के सभी लोग हिंसा में मारे गए। राहुल ने आगे कहा कि उस महिला ने मुझे नम आंखों से बताया कि मेरे सामने ही मेरे बेटे को मार दिया गया और मैं कुछ भी नहीं कर पाई।

राहुल ने कहा कि,’ मैं पूरी रात अपने बेटे के लाश के पास बैठ रही। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं, क्योंकि दंगाई अब मुझे भी मारने पर आमादा हो रहे थे, तो मुझे लगा कि अब मुझे भाग जाना चाहिए, तो मैं वहां से भाग गया। अब मेरे पास कुछ भी नहीं है। अब मेरे पास सिर्फ बेटे की तस्वीर है, जिसे मैं याद करके रोती हूं। मैं कई दिनों से अपने कपड़े भी नहीं बदले हैं। कांग्रेस नेता कहा कि अब आप कल्पना कीजिए कि अगर आपके साथ ऐसा होगा, तो क्या आप इन चीजों को बर्दाश्त कर पाएंगे। जवाब बिल्कुल स्पष्ट है, नहीं कर पाएंगे, तो आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि मणिपुर के लोगों पर इस वक्त क्या कुछ बीत रही होगी।

राहुल का पीएम पर हमला

इस बीच राहुल ने कहा कि जब कुकी इलाके में गए तो हमें कहा गया कि अगर आपका कोई सुरक्षाकर्मी मैतई है, तो हम उसे मार डालेंगे। वहीं, जब मैतई इलाके में गए, तो हमें कहा गया है कि अगर आपका कोई सुरक्षाकर्मी कुकी है, तो हम उसे मार डालेंगे। राहुल ने कहा कि वहां हालात ऐसे बन चुके हैं कि लोग एक-दूसरे को मारने पर उतारू हो चुके हैं, लेकिन अफसोस संसद में पीएम मोदी ने इस गंभीर विषय पर महज दो मिनट का भाषण दिया। पीएम भाषण में हंसते रहे। सारा भाषण उन्होंने कांग्रेस और इंडिया पर दिया, लेकिन मणिपुर जैसे गंभीर विषय पर सिर्फ दो मिनट ही  बोले।