छारा (हरियाणा)। लगता है कि पहलवानों के मसले को कांग्रेस ने मोदी सरकार पर प्रहार करने का नया हथियार बनाया है। इसी के तहत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी पहलवानों के बीच पहुंचे। राहुल गांधी ने हरियाणा के झज्जर स्थित छारा गांव जाकर पहलवान बजरंग पूनिया और अन्य पहलवानों से मुलाकात की। राहुल गांधी यहां से हरियाणा के अन्य जगह जाकर भी आंदोलनकारी पहलवानों से मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) का अध्यक्ष चुने जाने के खिलाफ पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने का एलान किया था। वहीं, बजरंग पुनिया ने पीएम मोदी के घर के बाहर फुटपाथ पर अपना पद्मश्री मेडल रख दिया था। जबकि, मंगलवार को पहलवान विनेश फोगाट ने खुद को मिले अर्जुन और एक ध्यानचंद अवॉर्ड वापस करने का एलान किया था।
#WATCH | Haryana: Congress MP Rahul Gandhi reaches Virender Arya Akhara in Chhara village of Jhajjar district and interacts with wrestlers including Bajrang Poonia. pic.twitter.com/j9ItihwVvP
— ANI (@ANI) December 27, 2023
जब साक्षी मलिक ने पहलवानी से संन्यास लेने का एलान किया और बजरंग पूनिया ने पद्मश्री वापस किया, तो उसके बाद कुश्ती संघ के नए प्रमुख संजय सिंह ने पहलवानी की प्रतियोगिताएं कराने का एलान किया। इसके बाद केंद्र सरकार के खेल मंत्रालय ने नए संघ को ये कहते हुए निलंबित कर दिया कि उसने नियमों का पालन नहीं किया। इसके एक दिन बाद विनेश फोगाट ने अपने सम्मान वापस करने का एलान किया। इससे पहले साक्षी मलिक ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और हरियाणा के कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा से भी मुलाकात की थी।
कांग्रेस वैसे पहले से ही पहलवानों के मसले को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर हमलावर रही है। पहलवानों के आंदोलन स्थल पर पहले भी प्रियंका गांधी वाड्रा गई थीं। इसके अलावा किसान नेता भी इन पहलवानों से जाकर मिले थे। कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि पीएम मोदी देश की बेटियों के यौन शोषण पर चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि, हकीकत ये है कि इस मामले में बीजेपी के सांसद और कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर केस भी चल रहा है। ये भी सामने आया था कि एक नाबालिग पहलवान से बृजभूषण शरण के खिलाफ यौन शोषण का झूठा आरोप लगाया गया। जिसके बाद उनपर दर्ज पॉक्सो का केस रद्द हुआ था।