नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ब्रिटेन में दिए गए अपने भाषण को लेकर अब देशभर में विवादों में घिरते जा रहे हैं। दरअसल, लंदन जाकर उन्होंने अपने अभिभाषण में भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों पर बात की थी और बताया था कि कैसे लोकतंत्र भारत में खत्म होता जा रहा है। अब उनके इसी बयान को लेकर सरकार और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने उनसे माफी की मांग की है। राहुल अगर माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की पहल भी की जा सकती है। उन्हें संसद से निलंबित करने की संभावना तलाशने के लिए बीजेपी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से संपर्क साधा और एक विशेष समिति बनाने की मांग रखी गई है।
आपको बता दें कि इस विषय में भाजपा सूत्रों का कहना है कि यह सिर्फ विशेषाधिकार का मुद्दा नहीं है, यह उससे बहुत आगे की बात है। इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि बीजेपी ने 2005 में कैश-फॉर-क्वेरी स्कैंडल की जांच के लिए गठित पैनल की तर्ज पर एक विशेष समिति गठित कराने के लिए स्पीकर से संपर्क किया है। यदि एक समिति का गठन किया जाता है तो भाजपा के पास लोकसभा में बहुमत है। आपको बता दें कि विशेष समिति आमतौर पर एक महीने में अपनी रिपोर्ट जारी करती है।
गौरतलब है कि इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने साफ शब्दों में कहा था, ”भाजपा राहुल गांधी के मुद्दे को बेहद ज्यादा गंभीर समझती है। यह विशेषाधिकार के मुद्दे ऊपर की बात है। हम चाहते हैं कि इसे गंभीरता से लिया जाए। मेरी पार्टी सभी नियमों और परंपराओं का इस्तेमाल करने की कोशिश करेगी। राष्ट्र से जुड़ी कोई भी चीज सभी के लिए चिंता का विषय है। अगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देश का अपमान करते हैं तो हम चुप नहीं रह सकते हैं।” उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने जो कहा उससे देश को नुकसान हुआ है। इससे सदन को नुकसान पहुंचा है। कुछ लोगों को देश की प्रतिष्ठा की कोई फिक्र नहीं है।”