जयपुर। करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले नितिन फौजी और रोहित सिंह राठौड़ की तलाश राजस्थान पुलिस तेजी से कर रही है। हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है। इस बीच, पुलिस ने ये पता लगाया है कि गोगामेड़ी के हत्यारे नितिन फौजी और रोहित सिंह राठौड़ कई दिन पहले ही जयपुर पहुंच गए थे। दोनों को पहले जयपुर पहुंचकर गोगामेड़ी की हत्या के बाद भागने के रास्ते वगैरा तलाश करने के लिए कहा गया था। गोगामेड़ी की हत्या बीते मंगलवार को की गई थी। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दोनों बदमाशों ने इसके लिए करणी सेना अध्यक्ष के पुराने जानकार नवीन शेखावत का सहारा लिया था। गोगामेड़ी के साथ उन्होंने नवीन शेखावत की भी हत्या कर दी थी।
गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत ने अब चेतावनी दी है कि अगर हत्यारों का जल्द एनकाउंटर नहीं किया गया, तो पूरे देश में जोरदार आंदोलन किया जाएगा। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की आंच निवर्तमान सीएम अशोक गहलोत के घर तक भी पहुंची है। करणी सेना अध्यक्ष की पत्नी ने जहां एफआईआर में गहलोत का नाम लिखवाया है। वहीं, हत्याकांड कराने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा ने भी एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि इस मामले में अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत भी जुड़े हुए हैं। रोहित गोदारा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि हत्या की वजह डिस्ट्रीब्यूशन का एक मामला था और वैभव गहलोत ने गाहे-बगाहे पैसे भी लिए। रोहित गोदारा ने बाकायदा ये भी दावा किया कि वैभव गहलोत से पैसे-कौड़ी का जो भी लेन-देन हुआ, उसका ऑडियो भी रिकॉर्ड है। अब सबकी नजर इस पर है कि गोगामेड़ी की हत्या के मामले में अशोक गहलोत और उनके बेटे को एसआईटी तलब करती है या नहीं।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में ये खुलासा भी हुआ था कि पंजाब पुलिस ने पिछले साल यानी 2022 में ही राजस्थान पुलिस को जानकारी दे दी थी कि बठिंडा जेल में कैद एक गैंगस्टर ने साजिश रची है। अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार पर आरोप है कि पंजाब पुलिस से मिली जानकारी के बाद भी गोगामेड़ी को सुरक्षा नहीं दी गई। खास बात ये भी है कि करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने खुद भी गहलोत सरकार से सुरक्षा मांगी थी, लेकिन उनको जो खतरा था उसे नजरअंदाज कर दिया गया।