नई दिल्ली। हाल ही में मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानून को निरस्त करने के बाद किसानों ने 15 दिसंबर को आखिरकार घर वापसी कर ली। करीब एक साल से विरोध कर प्रदर्शनकारी किसान आंदोलन खत्म करके वापस चले गए। लेकिन कृषि कानूनों को लेकर सियासत अभी देखने को मिल रही है। विपक्षी दल अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मुद्दा बनाने की लगातार कोशिश कर रहे है। विपक्षी सरकार को घेरने में लगे हुए है क्योंकि मोदी सरकार ने अचानक कृषि कानून को रद्द करके विपक्ष के हाथ से ये मुद्दा छीन लिया। वहीं मोदी सरकार ने यूपी समेत 5 राज्य में होने वाले चुनाव को देखकर जुड़ा गया। इसी बीच ऐसे कयास लगाए जाने के लिए की अगामी चुनाव में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी चुनाव लड़ सकते है। जिसको लेकर सियासी पारा बढ़ गया है, लेकिन क्या वाकई में खुद को किसानों का मसीहा बताने वाले राकेश टिकैत चुनाव लड़ेंगे।
इस पर उन्होंने जो बयान दिया है उससे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को बड़ा झटका लग सकता है। अगामी चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव ने उन्हें चुनाव लड़ने का ऑफर तक दे डाला था, लेकिन अब राकेश टिकैत चुनाव लड़ने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने लोगों को राजनीतिक होर्डिग्स पर अपनी तस्वीरों का इस्तेमाल करने पर चेतावनी भी दे डाली।
आपको बता दें कि किसानों के खैरख्वाह बनकर घूम रहे राकेश टिकैत अमूमन अपने बिगड़े बोल की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली कस्बे स्थित अपने घर का रुख किया। घर के बाहर लोगों का मजमा लगा हुआ था। इस मजमे को देखकर टिकैत ने माइक थाम लिया। राकेश टिकैत ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए उत्तेजित मुद्रा अपना ली।
मुज़फ्फरनगर: अपने गांव पहुंचकर बोले किसान नेता राकेश टिकैत- ”जमीन और जमीर बिकने नहीं देंगे.. एक साल की ट्रेनिंग हुई है, आने वाले समय में जंग होगी..कल के लिए तैयार रहना है’ pic.twitter.com/s54QVaTa5Z
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) December 16, 2021
इस भाषण के दौरान ही टिकैत ने धमकी देते हुए कहा, “किसान अपनी जमीन और जमीन नहीं बिकने देंगे। एक साल की हमारी ट्रेनिंग हुई है। आने वाले समय में जंग होगी। कल के लिए तैयार रहना है।”