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“किसान अगर तोड़े वादा तो…”, कानून वापसी के बावजूद प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बोले केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में शीतकालीन सत्र के पहले दिन 60 ट्रैक्टर संसद के लिए रवाना होंगे। फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी के लिए ट्रैक्टर मार्च भी निकाला जाएगा।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी देशके नाम संबोधन कार्यक्रम में इस बात का एलान कर चुके हैं कि शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाएगा लेकिन अब किसान MSP की मांग को लेकर अड़ गए हैं। शुक्रवार को किसानों को आंदोलन करते हुए एक साल का वक्त बीत गया। अब कृषि कानून वापस लिए जाने की घोषणा के बाद भी किसान दिल्ली की सीमाओं ने नहीं हट रहे हैं। ऐसे में अब केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले का बयान सामने आया है।

केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले ने जारी किसान आंदोलन पर कहा कि ‘किसान नेता कह रहे थे कि जब तक कानून वापस नहीं लिये जाते वो घर वापस नहीं जाएगं। जब केंद्रीय कैबिनेट ने कानूनों को रद्द करने का फैसला कर लिया है तब राकेश टिकैत और अन्य दूसरे किसानों को आंदोलन खत्म कर घर चले जाना चाहिए। अगर वो घर वापस नहीं जाते हैं तब उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’

वहीं भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में शीतकालीन सत्र के पहले दिन 60 ट्रैक्टर संसद के लिए रवाना होंगे। फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी के लिए ट्रैक्टर मार्च भी निकाला जाएगा। इसके लिए ट्रक्टर के साथ किसान दिल्ली की सीमाओं पर पहुँचने लगे हैं।

पिछले साल 26 नवंबर से किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सामने आकर इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था।