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Ravana Is Worshiped In Dashanan Temple : कानपुर के दशानन मंदिर में हुई रावण की पूजा, सिर्फ दशहरे के दिन खुलता है यह अनोखा मंदिर

Ravana Is Worshiped In Dashanan Temple Of Kanpur : मंदिर के पुजारी राम बाजपेई ने बताया कि रावण की यह मूर्ति यहां लगभग 200 साल पहले स्थापित की गई थी और तभी से दशहरे के दिन उसकी पूजा की जाती है। दशहरे के दिन यहां रावण का जन्मदिन मनाया जाता है। इस मंदिर में रावण की विद्वानता को पूजा जाता है।

नई दिल्ली। विजयादशमी के अवसर पर जहां देश भर के कई हिस्सों में रावण के पुतले का दहन किया जाता है वहीं एक ऐसी जगह भी है जहां आज के दिन रावण की पूजा की जाती है। जी हां, उत्तर प्रदेश के कानपुर के शिवाला में दशानन का एक मंदिर है जो पूरे साल बंद रहता है और सिर्फ दशहरे के दिन सुबह मंदिर खोला जाता है। ऐसा बताया जाता है कि रावण की यह मूर्ति यहां लगभग 200 साल पहले स्थापित की गई थी और तभी से दशहरे के दिन उसकी पूजा की जाती है। पुरानी परम्परा के अनुसार के आज दशहरे के दिन सुबह मंदिर खोला गया। इसके बाद मंदिर और रावण की प्रतिमा की साफ सफाई की गई। श्रृंगार और फूल माला चढ़ाकर दशानन की आरती की गई। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद रहे जो हर साल दशहरे के दिन रावण के मंदिर आते हैं। अब शाम को मंदिर फिर से पूरे एक साल के लिए बंद कर दिया जाएगा।

मंदिर के पुजारी राम बाजपेई ने बताया कि आज के दिन रावण का जन्मदिन मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यहां रावण का मंदिर मुख्य मंदिर से बाहर बनाया गया है उसका कारण यह है कि यहां लंकापति रावण मंदिर के अंदर विराजमान देवी-देवताओं के पहरेदार के रूप में सेवा दे रहे हैं। रावण की पूजा के पीछे की वजह बताते हुए पुजारी कहते हैं कि हम लोग रावण की विद्वानता की पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि रावण जैसा विद्वान पुरुष आज तक धरती पर कोई दूसरा नहीं पैदा हुआ। जिसके आगे इंद्र जैसे देवता भी कांपते हों और जिसने 9 ग्रहों को अपने वश में कर लिया हो उससे ज्यादा शक्तिशाली और विद्वान कौन हुआ है। इस मंदिर में भगवान महादेव के परम भक्त रावण की अच्छाईयों को पूजा जाता है।