Ballia Shootout: बलिया गोलीकांड में मुख्य आरोपी अबतक पुलिस की गिरफ्त से बाहर, 25 हजार का इनाम घोषित

Ballia Shootout: धीरेंद्र प्रताप(Dhirendra Pratap Singh) का कहना है कि उसने अधिकारियों को बताया था कि क्षेत्र में चीजें सही नहीं हैं, खराब चल रही है। साथ ही उसने एसडीएम(SDM), बीडीओ(BDO) और अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए।

Avatar Written by: October 17, 2020 8:31 am

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बलिया में हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इसके अलावा धीरेंद्र के साथ 6 और वांछित आरोपी भी फरार चल रहे हैं। इन सभी के खिलाफ पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। बता दें कि ये घटना 15 अक्टूबर को रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में हुई थी, जिसके बाद एसपी बलिया ने फरार आरोपियों पर ये इनाम राशि घोषित की है। घटना में को लेकर धीरेंद्र पर लग रहे आरोपों पर खुद धीरेंद्र प्रताप सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि उसने कोई गोली नहीं चलाई। साथ ही धीरेंद्र सिंह ने मांग की थी कि इस पूरे मामले की उचित जांच होनी चाहिए। अपनी सफाई में धीरेंद्र प्रताप ने कहा था कि 15 अक्टूबर को राशन की दुकानों का आवंटन होना था और इसी वजह से कई अधिकारी मौके पर आवंटन प्रक्रिया के लिए आए हुए थे। मैंने भी इसी मामले को लेकर एसडीएम और बीडीओ से मुलाकात की थी।

dhirendra pratap singh ballia

धीरेंद्र प्रताप का कहना है कि उसने अधिकारियों को बताया था कि क्षेत्र में चीजें सही नहीं हैं, खराब चल रही है। साथ ही उसने एसडीएम, बीडीओ और अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। धीरेंद्र प्रताप का आरोप था कि वे लोग आवंटन प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे थे। धीरेंद्र प्रताप ने घटना के लिए पुलिस और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।

Ballia Case

बता दें कि धीरेंद्र प्रताप सिंह बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जा रहा है। इस मामले में सुरेंद्र सिंह का एक बयान से भी योगी सरकार की किरकिरी करा चुका है। सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि धीरेंद्र प्रताप सिंह ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। इसके बाद से विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है।

CM Yogi Adityanath

अभी तक हुई इस कार्रवाई में योगी सरकार काफी सख्त नजर आ रही है। बता दें कि इस सनसनीखेज हत्याकांड में एडीजी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तीन सब इंस्पेक्टर, पांच कॉन्स्टेबल और दो महिला कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया है। दस पुलिसवालों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।