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RJD MLA On Lord Ram: ‘क्या अब तक भगवान राम बिना प्राण के थे?’, लालू की पार्टी के विधायक फतेह बहादुर ने पोस्टरबाजी के बाद अब दिया विवाद खड़ा करने वाला बयान

RJD MLA On Lord Ram: इस बयान से पहले फतेह बहादुर पिछले दिनों लालू-राबड़ी आवास के बाहर अपने लगवाए पोस्टर के कारण चर्चा में आए थे। फतेह बहादुर के इस पोस्टर में बताया गया था कि मंदिर का अर्थ मानसिक गुलामी का रास्ता और स्कूल का मतलब जीवन में प्रकाश का मार्ग होता है।

पटना। एक तरफ देशभर में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल है। वहीं, कुछ नेता इस अवसर पर विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। पिछले दिनों बिहार में लालू यादव की पार्टी आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर ने विवादित बोल वाला एक पोस्टर लगाया था। अब एक बार फिर फतेह बहादुर ने भगवान राम के बारे में विवाद खड़ा करने वाला बयान दिया है। न्यूज चैनल आजतक की खबर के मुताबिक फतेह बहादुर ने अपने बयान में एक सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि ये सब लोग कह रहे हैं कि 22 जनवरी को पत्थर में प्राण डाला जाएगा, तो इतने दिन से क्या राम बिना प्राण के थे? फतेह बहादुर ने आगे कहा कि आस्था दिल में होती है। देश को कल्पना की ओर क्यों ले जा रहे हैं। मतलब ये थोड़े ही है कि पत्थर की मूर्ति बनवा दें। अन्य मीडिया की खबरों के मुताबिक फतेह बहादुर ने शंकराचार्य को शास्त्रार्थ की चुनौती भी ये कहते हुए दी है कि उनसे ज्यादा ज्ञानी वो खुद हैं।

इस बयान से पहले फतेह बहादुर पिछले दिनों लालू-राबड़ी आवास के बाहर अपने लगवाए पोस्टर के कारण चर्चा में आए थे। फतेह बहादुर के इस पोस्टर में बताया गया था कि मंदिर का अर्थ मानसिक गुलामी का रास्ता और स्कूल का मतलब जीवन में प्रकाश का मार्ग होता है। फतेह बहादुर ने अपने पोस्टर में ये भी लिखवाया था कि मंदिर की घंटी बजने से संदेश मिलता है कि हम अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे लिखवाया था कि स्कूल की घंटी बजने पर संदेश मिलता है कि हम तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता के प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं। इसके बाद फतेह बहादुर ने पूछा था कि तय करना है कि आपको किस ओर जाना चाहिए?

पिछले दिनों बिहार के शिक्षा मंत्री और आरजेडी के ही विधायक चंद्रशेखर ने भी फतेह बहादुर के इस पोस्टर को सही बताया था। चंद्रशेखर वही हैं, जिन्होंने सबसे पहले रामचरितमानस के बारे में विवादित बयान दिया था। हालांकि, चंद्रशेखर ने जब फतेह बहादुर का पक्ष लिया, तो लालू के बड़े बेटे और बिहार की नीतीश कुमार सरकार में मंत्री तेजप्रताप यादव ने उनको नसीहत दी थी कि धार्मिक मामलों में इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, लेकिन अब खुद फतेह बहादुर ने भगवान राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में विवाद खड़ा करने वाला बयान दे दिया है। इससे एक बार फिर सियासत के गरमाने के पूरे आसार दिख रहे हैं।