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J&K: मार्तंड सूर्य मंदिर में जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा के पूजा करने पर ASI को आपत्ति, यूजर्स ने लगाई फटकार

मार्तंड सूर्य मंदिर में मनोज सिन्हा ने रविवार को पूजा की थी। इस मंदिर को कश्मीर के महान राजा ललितादित्य मुक्तिपीड़ा ने बनवाया था और सुलतान सिकंदर बुतशिकन ने अपने शासनकाल में ढहा दिया था। इसे स्थानीय लोग अब शैतान की गुफा कहते हैं।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर LG मनोज सिन्हा के अनंतनाग में मार्तंड सूर्य मंदिर में पूजा करने को प्राचीन स्मारकों का संरक्षण करने वाले आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ASI ने नियमों का उल्लंघन बताया है। एएसआई ने इस बारे में जम्मू-कश्मीर सरकार को आपत्ति भेजी है। एएसआई की आपत्ति पर सोशल मीडिया में टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है। लोग एएसआई पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार का कहना है कि सिन्हा को पूजा करने के लिए किसी मंजूरी की जरूरत नहीं थी। मार्तंड सूर्य मंदिर में मनोज सिन्हा ने रविवार को पूजा की थी। इस मंदिर को कश्मीर के महान राजा ललितादित्य मुक्तिपीड़ा ने बनवाया था और सुलतान सिकंदर बुतशिकन ने अपने शासनकाल में ढहा दिया था। इसे स्थानीय लोग अब शैतान की गुफा कहते हैं।

एएसआई का कहना है कि नियमों के तहत लेफ्टिनेंट गवर्नर को यहां पूजा के लिए मंजूरी लेनी चाहिए थी, लेकिन ये मंजूरी नहीं ली गई। न्यूज एजेंसियों के मुताबिक इस पूजा के लिए अन्य राज्यों से पुरोहितों को बुलाया गया था। दरअसल, प्राचीन स्मारक संबंधी कानूनमें है कि केंद्र सरकार की लिखित अनुमति के बिना संरक्षित स्मारकों में बैठक, दावत, मनोरंजन या कुछ और नहीं किया जा सकता। ऐसे में यहां पूजा पर एएसआई ने आपत्ति जताई है। यहां पूजा करने के बाद मनोज सिन्हा ने इसे दिव्य अनुभव भी बताया था, लेकिन अब एएसआई के सवाल उठाने पर पूरी पूजा प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

martand sun temple

इस बीच, सोशल मीडिया पर ये खबर आते ही तमाम लोग एएसआई पर सवाल उठाने लगे। कई यूजर्स ने तो ताजमहल का हवाला देकर ये पूछा कि आखिर वहां नमाज अदा करने और शाहजहां का उर्स मनाने की मंजूरी किसने दी है। इसके अलावा भी तमाम लोगों ने अपनी नाराजगी अलग-अलग तरीके से जताई है। यूजर्स ने क्या कहा है, ये आप नीचे देख सकते हैं…