
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। इंद्रेश कुमार ने अपील करते हुए कहा है कि मुस्लिमों और अन्य धर्मों के लोगों को चाहिए कि वे खुद ही विवादित स्थलों को फिर हिंदुओं को सौंप दें। इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने साफ संदेश दिया था। मोहन भागवत ने कहा था कि हर मस्जिद में शिवलिंग तलाशने की जरूरत नहीं है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ये बयान हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच संघर्ष की स्थिति को खत्म कराने के लिए था। ताकि समाज में नफरत और हिंसा न हो और लोग इस तनाव से मुक्त होकर सोच-विचार कर सकें। इंद्रेश कुमार ने कहा कि सनातन को मानने वालों के मंदिरों को विदेशी आततायियों ने नष्ट कर दिया। सच्चाई सभी के सामने है। हर किसी को इसे स्वीकार करना चाहिए। इंद्रेश कुमार का ये बयान इसलिए अहम है, क्योंकि ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की शाही मस्जिद के मामले कोर्ट में चल रहे हैं।
EXCLUSIVE: वीडियो । आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा, “भारत में रह रहे दूसरे धर्मों के लोगों के पूजा स्थलों को कभी ध्वस्त नहीं किया गया, लेकिन भारत में रह रहे सनातन के अनुयाइओं के मंदिर विदेशी हमलावरों ने ध्वस्त किए।” pic.twitter.com/CHto8WtgxY
— Press Trust of India (@PTI_News) December 12, 2023
अयोध्या में राम मंदिर के बारे में इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस मंदिर के बनने से देश के अलावा दुनिया में भी खुशी का माहौल है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर एक राष्ट्रीय मंदिर है और सभी के लिए है। इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि राम सभी में हैं और सभी के लिए हैं। आरएसएस नेता ने कहा कि भारत ऐसा देश है, जो सभी धर्मों का सम्मान करता है और उनको स्वीकार भी करता है। ऐसे में अयोध्या के राम मंदिर को सभी के लिए कहना उचित ही है। बता दें कि इंद्रेश कुमार को आरएसएस की तरफ से मुस्लिमों के बीच संघ की बातें पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया था। इंद्रेश कुमार ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच बनाकर इसे सफलता दिलाई है। वहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी लगातार समाज में हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए जुटे हुए हैं।
मोहन भागवत ने पिछले काफी समय से मुस्लिमों के तमाम धर्मगुरुओं से मुलाकात की थी। वो एक मदरसा भी गए थे। वहां दीनी तालीम हासिल करने वालों से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बातचीत भी की थी। मोहन भागवत ने लगातार कहा है कि देश में एकता होनी जरूरी है और हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच सभी विवादों का पटाक्षेप होना चाहिए। अब इंद्रेश कुमार ने विवादित स्थलों को लेकर जो बात कही है, वो मोहन भागवत और आरएसएस की पुरानी लाइन पर ही है।