नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि जम्मू की काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च सीएसआईआर) की एक घटक प्रयोगशाली सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन एक नया रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस-लूप मीडिऐटेड आइसोथर्मल एम्प्लीफिकेशन (आरटी-एलएएमपी) आधारित कोविड-19 डायग्नोस्टिक किट विकसित कर रही है। लैब ने इस वेंचर के लिए रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड (आरआईएल) के साथ साझेदारी की है।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा, “सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन, जम्मू के एक घटक प्रयोगशाला ने आरआईएल के साथ मिलकर एक नया रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस-लूप मेडिटेड डार्टमल एम्प्लीफिकेशन (आरटी-एलएएमपी) पर आधारित नए कोविड 19 डायग्नोस्टिक किट बनाए जाएंगे।”
CSIR-Indian Institute of Integrative Medicine, Jammu a constituent lab of @CSIR_IND has partnered with RIL to develop & scale-up a new Reverse Transcriptase-Loop Mediated Isothermal Amplification (RT-LAMP) based #COVID19 diagnostic kit.@csiriiim @IndiaDST @PMOIndia pic.twitter.com/0i0lD0gmkm
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 27, 2020
मंत्री ने यह भी कहा कि आरटी-एलएएमपी परीक्षण में तीव्र, सटीक और लागत प्रभावी है इसे स्वदेशी घटकों के साथ किया जा सकता है और इसे न्यूनतम विशेषज्ञता और इंस्ट्रूमेंटेशन के साथ स्थापित किया जा सकता है।
कोविड-19 आरटी-एलएएमपी जांच रोगियों के नाक/ गले के स्वाब के नमूने के साथ की जाने वाली न्यूक्लिक एसिड आधारित जांच है। इसमें सिंथेटिक टेम्पलेट्स का इस्तेमाल करते हुए जांच नुस्खे को विकसित किया गया है और उसका सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया है।