AMU: “CAA के नाम पर स्वरा ने मुसलमानों को भड़काया..”, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एक्ट्रेस के आने पर बवाल

AMU: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैज़ुल हसन ने स्वरा और फहाद अहमद को शादी के बाद पहली बार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आने का न्यौता दिया है। हालांकि इस बात से कुछ छात्र खुश नहीं नजर आए और उन्होंने स्वरा के आने का विरोध शुरू कर दिया।

Avatar Written by: February 20, 2023 8:55 am

नई दिल्ली।बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर बीते काफी दिनों से अपनी शादी को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं। एक्ट्रेस से हाल ही में छिपकर समाजवादी पार्टी के युवा नेता फहाद अहमद से शादी रचा ली है। दोनों की शादी की तस्वीरों ने जमकर सुर्खियां बटोरी थी। एक्ट्रेस को शादी की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ा था। अब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी यानी एएमयू (AMU) में एक्ट्रेस के आने को लेकर विरोध हो रहा है। नाराज छात्र नहीं चाहते हैं कि स्वरा और उनके पति  यूनिवर्सिटी में अपने कदम भी रखे।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में स्वरा की नो एंट्री

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैज़ुल हसन ने स्वरा और फहाद अहमद को शादी के बाद पहली बार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आने का न्यौता दिया है। हालांकि इस बात से कुछ छात्र खुश नहीं नजर आए और उन्होंने स्वरा के आने का विरोध शुरू कर दिया। विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि एक्ट्रेस ने सीएए/एनआरसी को लेकर मुस्लमालों को भ्रमित और भड़काने का काम किया है और ये टूकड़े-टूकड़े गैंग का हिस्सा हैं। दोनों की ही यूनिवर्सिटी में नहीं आने दिया जाएगाा।छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष नदीम अंसारी ने विरोध कर कहा है कि स्वरा की एंट्री यूनिवर्सिटी में नहीं होगी। यूनिवर्सिटी ने भी आधिकारिक तौर पर  स्वरा को कॉलेज में नहीं बुलाया है। स्वरा ने हमेशा से मुसलमानों को बरगलाने का काम किया हैं।

टुकड़े-टुकड़े गैंग का हिस्सा स्वरा

उन्होंने आगे कहा कि स्वरा और समाजवादी पार्टी के युवा नेता फहाद अहमद की शादी के निजी मामला है और इसका यूनिवर्सिटी से कोई लेना देना नहीं हैं। ये सिर्फ और सिर्फ राजनीति करने के लिए किया जा रहा है। सीएए/एनआरसी बिल भारत में बाहर से आए लोगों और मुसलमानों के लिए था लेकिन स्वरा ने सिर्फ मुसलमानों को भ्रमित करने के लिए, देश के टुकड़े करने के लिए समुदाय को टारगेट किया है। हम किसी भी कीमत पर उन्हें यूनिवर्सिटी में नहीं आने देंगे।