नई दिल्ली। वही हुआ जिसका था डर। वो आशंकाएं, कयास और संभावनाएं वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शक्ल अख्तियार कर चुके हैं। विगत शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमले का निर्देश देकर अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी। पुतिन के फरमान के बाद रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के कई शहरों को अपने कहर शिकारा बनाया। यूक्रेन का आलम यह है कि वहां के बाशिंदे अब त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव के दौरान एक धड़ा ऐसा भी उभरकर सामने आ रहा है, जो कि इस हमले के विरोध मे अपनी आवाज को बुलंदियों पर पहुंचाने की जुगत में जुट चुका है। उधर, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव को ध्यान में रखते हुए भारत के समक्ष भी चुनौतियों का अंबार खड़ा हो गया।
भारत के समक्ष में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि कैसे भी करके वहां फंसे हिंदुस्तानियों को वापस स्वदेश लाया जाए। इसके लिए भारत सरकार की तरफ से भरसक प्रयास किए जा रहे हैं और काफी हद तक इस दिशा में सफलता भी हाथ लगी है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, अब तक यूक्रेन में फंसे कई हिंदुस्तानियों को स्वदेश लाया जा चुका है। इस दिशा में विदेश मंत्रालय की अनुकरणीय पहल भी दर्ज की गई है। वहीं, अब यूक्रेन में फंसे भारतीयों को छुड़ाने को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आ रही है। आइए, आगे हम आपको उस अपडेट से तफसील से रूबरू कराते हैं।
यूक्रेन में तिरंगा ?? बना भारतीयों का सुरक्षा कवच। भारतीय झंडे वालों को सुरक्षित निकालने में मदद करेंगी रूसी सेना।
मोदी-पुतिन की वार्ता का असर। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने @narendramodi से वार्ता के बाद अपनी सेना को दिए आदेश।#Ukraine #evacuateindianstudentsfromukraine— Raj kishor (@RajkishorLive) February 25, 2022
दरअसल, खबर है कि यूक्रेन में फंसे हिंदुस्तानियों को निकालने के लिए अब रूस की तरफ से भी बड़ी पहल की जाएगी। यूक्रेन के तनावग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोग खुद को हिंदुस्तानी के रूप में चिन्हित करने के लिए हाथों में तिरंगा लिए नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में ऐसे सभी लोगों को चिन्हित कर उन्हें वापस स्वदेश भेजने की जिम्मेदारी अब रूस ने अपने कंधों पर उठा ली है। गौर करने वाली बात यह है कि रूस की तरफ से यह पहल तब की गई है, जब पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से वार्ता की थी। ध्यान रहे कि पीएम मोदी से वार्ता के उपरांत पुतिन ने अपने सैनिकों को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस स्वेदश भेजने का निर्देश दिया है। विदित है कि वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच तनाव का स्तर अब अपने चरम पर पहुंच चुका है और बात युद्ध तक पहुंच चुकी है। ऐसी स्थिति अब आगे चलकर इन दोनों ही देशों के बीच चल रही स्थिति आगे चलकर क्या रुख अख्तियार करती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।