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JNU New Rules: जेएनयू में प्रदर्शन करने वाले छात्रों की अब खैर नहीं, यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने उठाया ये सख्त कदम

JNU New Rules: यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने प्रदर्शन के नाम पर बवाल काटने वाले छात्रों पर सख्त एक्शन लेने जा रही है। मैनेजमेंट ने प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का निर्णय किया है। साथ ही अगर कोई स्टूडेंट हिंसा से जुडे़ केस में दोषी पाया गया। तो उस पर 30,000 हजार तक जुर्माना या फिर उस छात्र का दाखिला कैंसिल किया जा सकता है।

नई दिल्ली। दिल्ली का जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। हाल ही में शिवाजी जयंती मनाने और बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘द: मोदी क्वेश्चन’ को लेकर खूब बवाल देखने को मिला था। कैंपस में दोनों मामलों को लेकर लेफ्ट और ABVP के छात्रों के बीच जमकर हंगामा देखने को मिला। इतना ही नहीं दोनों के बीच झड़प की खबर भी सामने आई थी। जिसके बाद बवाल इतना बढ़ गया कि कैंपस में पुलिस को आना पड़ा। तब जाकर मामले को किसी तरह से शांत करवाया गया। वहीं कई बार छात्र अपनी मांगों को लेकर कॉलेज में विरोध-प्रदर्शन पर उतर जाते है। इसी बीच जेएनयू में विरोध-प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जेएनयू में प्रदर्शन करने वाले छात्रों की अब खैर नहीं है। जेएनयू ने नए नियम लागू किए गए हैं। जिसमें प्रदर्शन करने वालों पर छात्रों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। नए नियम के मुताबिक विश्वविद्यालय में प्रदर्शन करने वाले छात्रों को जुर्माना देना पड़ सकता है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों को कॉलेज में दाखिल रद्द करने की तैयारी की जा रही है।

JNU

दरअसल यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने प्रदर्शन के नाम पर बवाल काटने वाले छात्रों पर सख्त एक्शन लेने जा रही है। मैनेजमेंट ने प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का निर्णय किया है। साथ ही अगर कोई स्टूडेंट हिंसा से जुडे़ केस में दोषी पाया गया। तो उस पर 30,000 हजार तक जुर्माना या फिर उस छात्र का दाखिला कैंसिल किया जा सकता है। यानी बवाल काटने वाले छात्रों को जेएनयू में एडमिशन नहीं मिलेगा। इसको लेकर कॉलेज प्रशासन ने एक नई एडवाइजरी जारी की है।

बताया जा रहा है कि बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के बाद जमकर बवाल हुआ था जिसके बाद प्रशासन ने नए नियम 3 फरवरी को लागू कर दिया था।