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Sawan Kanwar 2022: शिवभक्त दिव्यांग के जज्बे को सलाम, गोमुख से हरियाणा के लिए पैदल निकला पवन

Sawan Kanwar 2022: शिवभक्त कावड़िया गौमुख से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य स्थान की ओर बढ़ रहा है, इस भोले को देखने वाला हर व्यक्ति हैरान हो जाता है। दरअसल, एक दिव्यांग कष्ट भरे रास्तों पर पैदल चलकर भगवान शंकर की भक्ति में लीन होकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए निकल पड़ा है।

नई दिल्ली। सावन का महीना चल रहा है और लोग कांवड़ की यात्रा पर हैं। सभी भक्त अपने अराध्य शिव का जलाभिषेक करने के लिए काफी लालायित हैं। ऐसे में  गोमुख और हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर आ रहे शिव भक्त कांवड़ियों में जनपद मुजफ्फरनगर में पहुंचा एक ऐसा दिव्यांग कांवड़िया जिसे देखकर भगवान शंकर पर आपका भी विश्वास बढ़ जाएगा। ये शिवभक्त कावड़िया गौमुख से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य स्थान की ओर बढ़ रहा है, इस भोले को देखने वाला हर व्यक्ति हैरान हो जाता है। दरअसल, एक दिव्यांग कष्ट भरे रास्तों पर पैदल चलकर भगवान शंकर की भक्ति में लीन होकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए निकल पड़ा है। इस समय उत्तर भारत के तमाम हाईवे शिवभक्त कावड़ियों की आस्था की डगर बने हुए हैं, जिसमें अनेक प्रकार की रंग बिरंगी कावड़ डीजे या 20 20 के नोट से तैयार कावड़ लेकर अपने गंतव्य स्थान की ओर जा रहे हैं। उसी तरह कई शिवभक्त भोले ऐसे देखे गए हैं, जो आस्था के चलते अपनी सामर्थ्य से ज्यादा हौसला रखते हुए भगवान भोले शंकर की भक्ति में लीन हैं। ऐसा ही नजारा जनपद मुजफ्फरनगर में उस समय देखने को मिला जब हरियाणा के जनपद सोनीपत का रहने वाला एक कावड़िया, जिसका नाम पवन कुमार है। वह उत्तराखंड के गोमुख से जहां से, मां गंगा प्रकट हो रही हैं, वहां से जल भरकर हरियाणा अपने गांव सोनीपत की ओर जा रहा है। ये पवन एक हादसे में बुरी तरह जलकर घायल हो गया था, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसकी एक टांग काट दी थी। पवन कुमार बताते हैं कि मैं 14 साल से कावंड़ ला रहा हूं और टांग कटने के बाद 5 साल से लगातार कावड़ लेकर आ रहा हूं।

2 साल बाद कोरोना काल में कावंड़ नहीं चली थी, लेकिन अब जैसे ही कावंड़ चली, मैंने गोमुख से जल भर लिया है और सोनीपत हरियाणा अपने गांव कुंडली जाऊंगा। गौरतलब है, कि पवन जय श्री गोमुख से चला है, जो भी रास्ते में पवन को देख रहा है, वही उसकी हिम्मत और जज्बे की दाद दे रहा है और अपने मोबाइल में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर रहा है। पवन की ऐसी कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हैं। वायरल वीडियो के बारे में मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा, कि मुझे नहीं पता कि मेरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन मेरे गांव से किसी का फोन आया था, जिसने मुझे बताया थी कि पवन तुम सोशल मीडिया पर जबरदस्त वायरल हो रहे हो और लोग तुम्हारी तारीफ भी कर रहे हैं। मैं बस इतना ही कहना चाहूंगा कि आदमी को परिस्थितियों से नहीं हारना चाहिए और मैं ये जो कुछ भी कर रहा हूं, देश के लिए कावंड़ ला रहा हूं।

मैं चाहता हूं मेरा देश सुरक्षित रहे, समर्थ रहे और क्या पता शायद, मैं भोले बाबा के आशीर्वाद से ही कांवड़ ला रहा हूं। उन्होंने आगे कहा, मुझे चलने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती मैं पूरी तरह से सक्षम हूं, समर्थ हूं, भले ही मेरी एक टांग कट गई हो, लेकिन मेरे अंदर जज्बा है और कुछ करने का इरादा है। मैं लगातार टांग कटने के बावजूद 5 साल से गंगाजल ला रहा हूं। देर रात पवन कुमार ने मुजफ्फरनगर के एक हिंदू संगठन के शिविर में विश्राम किया था और सुबह होते ही हाथ में भारत की शान तिरंगा लेकर अपने गंतव्य की ओर चल पड़े।