नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डा. संदीप घोष और 4 जूनियर डाक्टरों का पालीग्राफी टेस्ट कराया जाएगा। सीबीआई को इसके लिए सियालदह कोर्ट से मंजूरी मिल गई है। इन्हीं चारों जूनियर डाक्टरों के साथ घटना वाली रात मृतक ट्रेनी डाक्टर ने डिनर किया था। केस के मुख्य आरोपी संजय राय के पॉलीग्राफी टेस्ट की पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज दिल्ली के रेजिडेंट डाक्टरों ने भी हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी है।
Having faith and trust in our judiciary, the resident doctors of Lady Hardinge Medical College hereby inform that the strike, which began on 12/08/2024 has officially been called off: RDA, Lady Hardinge Medical College pic.twitter.com/rJ2EHaKS1I
— ANI (@ANI) August 22, 2024
रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन की तरफ से बताया गया है कि न्यायपालिका में आस्था और विश्वास रखते हुए, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर 12 अगस्त को शुरू हुई हड़ताल आधिकारिक तौर पर वापस ले ली गई है। उधर, आरजी कर मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ ने अपने हाथ में ले ली है। सीआईएसएफ के डीआईजी आज फिर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इस दौरान पर उनसे पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हम पहले से ही तैनात हैं, सीआईएसएफ के जवान सभी शिफ्टों में तैनात रहेंगे।
VIDEO | Kolkata doctor rape-murder case: “We have been already deployed… you will find us deployed in all the shifts. Let us do our job, our people have come and we have deployed ourself,” says CISF DIG K Pratap Singh on deployment of personnel at RG Kar Medical College and… pic.twitter.com/fVgc5tVlmV
— Press Trust of India (@PTI_News) August 22, 2024
दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में ममता बनर्जी ने कहा है कि आरजी कर मेडिकल कालेज जैसे गंभीर मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए इनकी सुनवाई फास्ट-ट्रैक की विशेष अदालतों में की जानी चाहिए और अधिकतम 15 दिनों के भीतर सुनवाई पूरी हो जानी चाहिए।
West Bengal CM Mamata Banerjee writes to PM Narendra Modi requesting stringent punishment within 15 days for crimes such as rape and murder https://t.co/vQ1S8sgBEz pic.twitter.com/gNocRSpvqm
— IANS (@ians_india) August 22, 2024
ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने पत्र के बारे में बताया कि सीएम ने पीएम ने अपील की है कि इस तरह की घटनाओं से समाज और राष्ट्र का विश्वास और विवेक डगमगाता है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम इसे खत्म करें ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें। ऐसे गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को कठोर केंद्रीय कानून के माध्यम से व्यापक तरीके से संबोधित करने की आवश्यकता है, जिसमें ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कठोर सजा का प्रावधान हो।