नई दिल्ली। एक तरफ जहां कृषि सुधार विधेयक को लेकर देशभर में किसानों का विरोध देखा जा रहा है। किसान इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इस पर अब राजनीति भी गर्म हो गई है। कृषि विधेयक को लेकर विपक्ष लगातार विरोध कर रही है। इस बीच कांग्रेस पार्टी (Congress Party) से निष्कासित नेता संजय झा (Sanjay Jha) ने कृषि अध्यादेश को लेकर बड़ा बयान दिया है। संजय झा ने ट्विटर के जरिए कृषि सुधार विधेयक को लेकर कांग्रेस की सच्चाई सबके सामने ला दी है जो खुद अब इस बिल का विरोध कर रही है। दरअसल संजय झा ने कहा है कि लोकसभा से पारित कृषि संबंधित अध्यादेश कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी थे। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी लोकसभा से पास हुए किसान अध्यादेश को लेकर कहा था कि जो अध्यादेश बीजेपी ने पास कराया, वह साल 2019 में कांग्रेस के घोषणापत्र में भी था।
कांग्रेस से निष्कासित नेता संजय झा ने ट्वीट किया, ‘साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र में एपीएमसी अधिनियम को खत्म करने और कृषि उत्पादों को प्रतिबंधों से मुक्त करने की बात कही थी।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो वादा अपने घोषणापत्र में किया था, वही मोदी सरकार ने पूरा किया है। झा ने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस एकमत हैं।
Folks, in our Congress Manifesto for 2019 Lok Sabha elections, we had ourselves proposed abolition of APMC Act and making agricultural produce free from restrictions. This is what Modi government has done in the farmers bills. BJP and Congress are on the same page here.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) September 18, 2020
देश का किसान जागृत
PM Modi ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, “ये लोग भूल रहे हैं कि देश का किसान कितना जागृत है। वो ये देख रहा है कि कुछ लोगों को किसानों को मिल रहे नए अवसर पसंद नहीं आ रहे। देश का किसान ये देख रहा है कि वो कौन से लोग हैं, जो बिचौलियों के साथ खड़े हैं।”
दुष्प्रचार किया जा रहा है
दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, “अब ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार के द्वारा किसानों को MSP का लाभ नहीं दिया जाएगा। ये भी मनगढ़ंत बातें कही जा रही हैं कि किसानों से धान-गेहूं इत्यादि की खरीद सरकार द्वारा नहीं की जाएगी। ये सरासर झूठ है, गलत है, किसानों को धोखा है। हमारी सरकार किसानों को MSP के माध्यम से उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। पहले भी थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। सरकारी खरीद भी पहले की तरह जारी रहेगी।”
किसान अपनी फसल मनचाही कीमत पर बेच सकेगा
उन्होंने कहा कि, “कोई भी व्यक्ति अपना उत्पाद, दुनिया में कहीं भी बेच सकता है, जहां चाहे वहां बेच सकता है। लेकिन केवल किसान भाई-बहनों को इस अधिकार से वंचित रखा गया था। अब नए प्रावधान लागू होने के कारण, किसान अपनी फसल को देश के किसी भी बाजार में, अपनी मनचाही कीमत पर बेच सकेगा।”