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#ExamWarrior: स्कूली छात्रों के पास है PM मोदी से मिलने का सुनहरा मौका, बस करना होगा ये छोटा-सा काम

#ExamWarrior: अगर आपका लिखा प्रधानमंत्री को भा गया, तो यकीन मानिए आपको पहली दफा अपने राष्ट्राध्यक्ष के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा, जो कि आपके जीवन का ऐतिहासिक अवसर साबित हो सकता है। अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा हमें उस लेख में क्या लिखना होगा।

नई दिल्ली। यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपना एक अलग ही जलवा है। क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग, क्या युवा, हर आयु वर्ग के लोगों में प्रधानमंत्री का खूमार सिर चढ़कर बोलता है। आखिर बोले भी क्यों ना, क्योंकि नरेंद्र मोदी उभरते हुए राष्ट्र के मुखिया जो हैं। हर किसी के मन में उनसे मिलने की ख्वाहिश है, लेकिन वो कहते हैं ना कि कुछ ख्वाहिशें ताउम्र अधूरी ही रह जाती हैं, लेकिन आज हम आपकी इस अधूरी ख्वाहिश को पूरी करके ही रहेंगे।

दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से एक ऐसे स्कीम की शुरुआत की गई है, जिसके तहत अगर चाहे तो स्कूली छात्रों को देश के प्रधानमंत्री संग उनके आवास पर समय बीताने का मौका मिल सकता है। जी हां, चौंकिए मत। ये बात बिल्कुल सच है। लेकिन, अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर हमें ऐसा क्या करना होगा कि हमें प्रधानमंत्री मोदी संग समय बिताने का मौका मिले। दरअसल, आपको अपने परीक्षा से जुड़े अनुभवों को कलमबद्ध करना होगा। आपको महज 300 शब्दों में परीक्षा से जुड़े प्रसंगों को कलमबद्ध करके प्रधानमंत्री को सौंपना है। अगर प्रधानमंत्री को आपका लेख भा जाता है, तो यकीन मानिए आपको उनके साथ समय बिताने का मौका मिलेगा, वो भी उनके आवास पर, तो अगर आपको लगता है कि आपके कलम में दम है, तो देर किस बात की। उठाइए कलम और कागज और शुरू कर दीजिए लिखना। अगर आपका लेख प्रधानमंत्री को भा गया, तो यकीन मानिए आपको पहली दफा अपने राष्ट्राध्यक्ष के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा, जो कि आपके जीवन का ऐतिहासिक अवसर साबित हो सकता है। अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा हमें उस लेख में क्या लिखना होगा।

आपको उस लेख में परीक्षा के दौरान एक विधार्थी को किसी तरह से खुद को शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से तैयार रखा जाए। इसकी पूरी तरकीब कलमबद्ध करनी होगी, चूंकि आमतौर पर देखा जाता है कि अधिकांश विधार्थी परीक्षा के दबाव में आकर कई दफा गलत कदम भी उठा लेते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री की ओर से परीक्षा योद्धा नामक अभियान की शुरुआत की गई थी, जिसमें बढ़चढ़ कर लोग हिस्सा लेते हैं।