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Video: स्वामी प्रसाद और महंत राजूदास के बीच हुई हाथापाई?, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

Lucknow News: बताया जा रहा है कि मंहत राजू दास और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य राजधानी लखनऊ में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों आपस में भिड़ जाते है। मगर स्पष्ट कर दें कि इस वीडियो में मंहत राजूदास से भिड़ने वाले स्वामी प्रसाद नहीं बल्कि उनका समर्थक है।

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य बीते कई दिनों से रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान की वजह से चर्चा का केंद्र बने हुए है। उनके पवित्र हिंदू धर्मग्रंथ पर किए गए कमेंट को लेकर साधु-संतों में रोष है। स्वामी प्रसाद मौर्य का चौतरफा विरोध हो रहा है। लेकिन वो अपने बयान को सही बताते हुए अभी भी अपनी बात पर अडिग है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास और स्वामी प्रसाद मौर्य के बीच नोकझोंक हो जाती है इतना ही दोनों के बीच हाथापाई की नौबत तक आ जाती है।

swami prasad maurya

बताया जा रहा है कि मंहत राजू दास और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य राजधानी लखनऊ में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों आपस में भिड़ जाते है। मगर स्पष्ट कर दें कि इस वीडियो में मंहत राजूदास से भिड़ने वाले स्वामी प्रसाद नहीं बल्कि उनका समर्थक है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना के बाद महंत राजूदास ने गोमतीनगर थाने में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई है। उधर सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

यहां देखिए वायरल वीडियो-

वहीं इस मामले में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है। स्वामी प्रसाद ने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मामले से अवगत करते हुए लिखा, लखनऊ में मुझे अतिथि के रूप में आज दिनांक 15.02.23 को समय 12.30 बजे दोपहर आमंत्रित किया गया था। मेरे उक्त कार्यक्रम में सम्मिलित होने व शिखर सम्मेलन से निकलते समय मंहत राजूदास, हनुमानगढ़ी अयोध्या एव मंहत परहमंस दास, तपस्वी छावनी मंदिर एवं इनके कुछ साथियों के साथ तलवार व फरसा से मुझ पर हमला करना का प्रयास किया। समर्थकों द्वारा बीच-बचाव करने पर मैं सकुशल अपने वाहन में बैठकर घर आ गया। उक्त लोगों द्वारा पूर्व में मुझे मारने के लिए 21 लाख की रकम भी घोषित की गई है यह जानते हुए भी उन्हें इस कार्यक्रम में बुलाना एवं उनके निर्धारित समय से पहले बुलाकार हथियारों के साथ बैठाना भी कुटिल साजिश है।

आगे स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की। गौरतलब है कि इससे पहले मंहत राजूदास ने रामचरितमानस मामले पर स्वामी प्रसाद मौर्य पर आक्रोश जताया था। साथ ही उन्होंने सपा नेता की सिर कलम करने वाले को 21 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी।