नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डाक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले की जांच आज से सीबीआई ने शुरू कर दी है। इस बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने पूर्व प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. संदीप घोष को बहुत ही भ्रष्ट इंसान बताते हुए कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली का कहना है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जो भी काम होता था चाहे वो पोस्टिंग हो, ट्रांसफर हो, हॉस्टल एलाटमेंट हो डा. संदीप घोष हर चीज में पैसा खाते थे।
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | On former principal Prof. (Dr.) Sandip Ghosh, Akhtar Ali, Ex-Deputy Superintendent, RG Kar Medical College and Hospital, says, ” He is a very corrupt person. He used to fail students, he used to avail 20% commission… pic.twitter.com/QGdUZqyHGW
— ANI (@ANI) August 14, 2024
पूर्व उपाधीक्षक अली ने बताया कि डा. घोष छात्रों को फेल करते थे, टेंडर ऑर्डर के नाम पर 20 प्रतिशत कमीशन लेते थे। यही नहीं गेस्ट हाउस में जूनियर स्टूडेंट्स को शराब पिलवाते थे और जरूरत पड़ने पर इन्हीं स्टूडेंट्स से आंदोलन वगैरह भी करवाते थे। उनको एक माफिया कहा जा सकता है, मैंने अपने करियर में इतना गंदा इंसान नहीं देखा। डा. घोष 20 लोगों की सिक्योरिटी और बाउंसर लेकर चलने थे। अख्तर अली ने कहा कि डा. घोष बहुत पावरफुल व्यक्ति हैं, मैंने उनके खिलाफ जुलाई 2023 विजिलेंस कमीशन एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी, इसके बाद उनका ट्रांसफर भी हुआ था लेकिन वो फिर प्रिंसिपल पद पर वापस आ गए।
अख्तर अली ने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल पद से भी उनका इस्तीफा दिखावा मात्र है क्योंकि इस्तीफ के 8 घंटे के अंदर उनको नेशनल मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त कर दिया गया। आपको बता दें कि कल ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस केस की सुनवाई के दौरान ममता बनर्जी सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए सवाल किया था कि वो आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को क्यों बचाना चाहती है, क्या इस मामले में प्रिंसिपल का बयान लिया गया है, आप कैसे आश्वस्त करेंगे कि जांच पारदर्शी होगी? इसके बाद हाईकोर्ट ने डा. संदीप घोष को लंबी छुट्टी पर भेजने का आदेश दे दिया।