newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Shahjahan Sheikh: संदेशखाली के शाहजहां शेख के बारे में सीबीआई जांच में अहम खुलासा, ईडी अफसरों पर हमले से ठीक पहले क्या किया था जानिए

Shahjahan Sheikh: शाहजहां शेख 5 जनवरी को ईडी की टीम पर हमले के बाद से ही फरार था। उसके खिलाफ संदेशखाली की महिलाओं ने भी रेप और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। शाहजहां शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 फरवरी को तब गिरफ्तार किया, जब कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया।

कोलकाता। संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के अफसरों पर हमले के आरोपी शाहजहां शेख से सीबीआई की पूछताछ जारी है। सीबीआई की पूछताछ में शाहजहां शेख के बारे में अहम खुलासा हुआ है। सीबीआई के मुताबिक शाहजहां शेख कॉल डिटेल्स से पता चला है कि उसने 5 जनवरी को अपने मोबाइल से 28 लोगों से बात की थी। इसके बाद ही सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी और ईडी के अफसरों पर हमला किया गया। ईडी की टीम संदेशखाली में उस दिन शाहजहां शेख के घर छापा मारने गई थी। ये छापा राशन घोटाला के संबंध में मारा गया था। सीबीआई ने शाहजहां शेख के दो मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड निकाले हैं। जांच एजेंसी को इन रिकॉर्ड से पता चला है कि 5 जनवरी को 30 मिनट में शाहजहां ने 28 कॉल किए थे।

सीबीआई ने उन सभी लोगों को अब तलब किया है, जिनसे शाहजहां शेख ने 5 जनवरी को फोन पर बात की थी। इनमें पंचायत स्तर के कुछ नेता और संदेशखाली इलाके के रहने वाले लोग हैं। इन सभी को सीबीआई बुलाकर ये जानना चाहती है कि ईडी अफसरों पर हुए हमले में उनकी क्या भूमिका थी और शाहजहां शेख ने उस दिन इन सभी को कॉल क्यों किया था। इससे पहले सीबीआई ने ईडी टीम पर हमले के मामले में शाहजहां शेख के करीबी और सरबेरिया आगरपाड़ा ग्राम पंचायत के प्रधान जियाउद्दीन मोल्ला, शाहजहां शेख के गार्ड दीदार बख्श मोल्ला और एक अन्य शख्स फारुक अकुंजी को गिरफ्तार किया था।

शाहजहां शेख 5 जनवरी को ईडी की टीम पर हमले के बाद से ही फरार था। उसके खिलाफ संदेशखाली की महिलाओं ने भी रेप और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। शाहजहां शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 फरवरी को तब गिरफ्तार किया, जब कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया। कलकत्ता हाईकोर्ट ने शाहजहां को सीबीआई को सौंपने का आदेश भी दिया था। इसके खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी, लेकिन वहां भी उसे राहत नहीं मिली थी।