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Shankaracharya And Congress: कांग्रेस का आरोप है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में नियम न मानने से शंकराचार्य हैं नाराज, लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े धर्मगुरु ने ठीक उलट कही ये बात, Video

Shankaracharya And Congress: कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती ने जिस तरह की बात मीडिया से बातचीत में कही और भगवान राम की कृपा से राम मंदिर के उद्घाटन का हवाला दिया, उससे कांग्रेस के दावे छिन्न-भिन्न होते दिख रहे हैं। शंकराचार्य विजयेंद्र 4 पीठ में से एक के प्रमुख हैं।

कांचीपुरम। एक तरफ कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा में नियम नहीं माने जा रहे हैं। कांग्रेस ये आरोप भी लगा रही है कि आधे अधूरे मंदिर में चुनाव को देखते हुए बीजेपी और संघ परिवार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैं। कांग्रेस ने 4 पीठ के शंकराचार्यों की नाराजगी का हवाला भी दिया है। कांग्रेस कह रही है कि नियम कायदे न मानने की वजह से शंकराचार्य भी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हो रहे हैं। अब इन 4 पीठ में से एक कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती ने कांग्रेस के इन दावों के उलट बात कह दी है। कांची पीठ के शंकराचार्य ने मीडिया से बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ के भी पुल बांधे हैं।

ram temple and modi 1

कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती ने जिस तरह की बात मीडिया से बातचीत में कही और भगवान राम की कृपा से राम मंदिर के उद्घाटन का हवाला दिया, उससे कांग्रेस के दावे छिन्न-भिन्न होते दिख रहे हैं। शंकराचार्य ने विद्वानों की तरफ से राम जन्मभूमि में यज्ञशाला में हवन और पूजन के कार्यक्रम को भी अपना आशीर्वाद दिया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की और कहा कि देश के तीर्थस्थलों के विकास में उनका योगदान है। सुनिए 4 पीठ में से एक कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती ने क्या कहा है।

राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम 9 दिन बाद 22 जनवरी को होना है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद अपने हाथों से प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इसके लिए मोदी ने शुक्रवार से विशेष अनुष्ठान शुरू किया है। इस दौरान वो सत्य, त्याग, अपरिग्रह, अस्तेय और अन्य यम नियम का पालन कर रहे हैं। मोदी इस दौरान सोने और बोलने में भी तमाम बदलाव कर चुके हैं। उनके विशेष अनुष्ठान का आज दूसरा दिन है। मोदी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े विद्वानों से पहले जानना चाहा था कि बतौर यजमान उनको किन नियमों का पालन करना होगा। उनके बताए नियम कायदों को ही पीएम मोदी ने 11 दिन के लिए अपने जीवन में आत्मसात किया है। उन्होंने सभी देशवासियों से भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को शानदार तरीके से मनाने की अपील की है।