
नई दिल्ली। इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णम और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है। हालांकि, इसकी शुरुआत सबसे पहले थरूर ने अपने एक ट्वीट के जरिए की जिसमें उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति शांति का आचरण करता है और शांति की कामना करता है वह सच्चा हिंदू है… #Gaza
जो व्यक्ति शांति का आचरण करता है और शांति की कामना करता है वह सच्चा हिंदू है…#Gaza
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 30, 2023
इसके जवाब में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने जवाबी ट्वीट में कहा कि, ‘सनातन को मिटाने की घोषणा करने वाले धूर्त नेताओं के ख़िलाफ़ जो क्रांति का उद्घोष करता है वो अच्छा हिंदू है, तो इजराइल-फिलिस्तीन के बीच जारी जंग को लेकर दोनों नेता आपस में इस कदर भिड़ गए कि सोशल मीडिया पर चर्चा का बाजार गुलजार हो गया। आइए, आगे आपको जरा पूरा माजरा विस्तार से बता देते हैं।
सनातन को “मिटाने”
की घोषणा करने वाले “धूर्त” नेताओं के ख़िलाफ़, जो “क्रांति” का उद्घोष करता है वो “अच्छा” हिंदू है. https://t.co/d5ZoiHsn5y— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) October 30, 2023
सनद रहे कि बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजराइल द्वारा गाजा पट्टी पर किए गए बर्बर हमले के विरोध में वोटिंग हुई थी, जिससे भारत ने दूरी बनाकर इजराइल का समर्थन किया था, जिसे लेकर भारत में राजनीति गरमा गई। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने इजराइल को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के रूख पर सवाल उठाया था। प्रियंका गांधी ने तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों का हवाला देकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था, जिसके जवाब में बीजेपी ने मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस नेत्री को माकूल जवाब दिया। केंद्र सरकार ने दो टूक कह दिया कि हम घरेलू मंच से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक में आतंकवाद के खिलाफ है।
ध्यान दें, केंद्र की मोदी सरकार इजराइल के प्रति अपना समर्थन जाहिर कर चुकी है। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी दो बार इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात भी कर चुके हैं, लेकिन आपको बता दें कि बीते दिनों भारत ने फिलिस्तीन को राहत सामग्री उपलब्ध कराकर अपनी भूमिका पर सवाल उठा दिए थे। बहरहाल, अब यब युद्ध आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।