प्रयागराज। लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य ने बीती 15 अप्रैल की रात 10.30 बजे प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल कंपाउंड में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। अतीक के जिस्म में 8 और अशरफ के शरीर में 5 गोलियां लगी थीं। अब इन शूटरों के बारे में ताजा जानकारी आई है। पता चला है कि तीन में से दो शूटर के पास तुर्किए में बनी महंगी जिगाना पिस्टल थीं। एक शूटर के पास देसी पिस्टल थी। इस देसी पिस्टल में एक गोली बची रही थी। जबकि, जिगाना पिस्टलों की मैगजीन बाकी 2 शूटर ने अतीक हत्याकांड में खाली कर दी थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लवलेश, सनी और अरुण ने अतीक और अशरफ को तीन तरफ से घेरकर मौत के घाट उतारा। तीनों ने सिर्फ 16 सेकेंड में 34 फायर किए थे। दो शूटर के पास प्रेस का फर्जी आईडी कार्ड था। ऐसे कार्ड और कैमरे लेकर हमला करने जाने का आइडिया उनको 2 साल पहले दिल्ली के गैंगस्टर जीतेंद्र गोगी ने दिया था। जीतेंद्र गोगी ने ही सनी सिंह को दो जिगाना पिस्टल दी थी। गोगी का इरादा अपने विरोधी गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कराने का था, लेकिन उससे पहले ही 2021 में टिल्लू ने दिल्ली के कोर्ट में जीतेंद्र गोगी की हत्या करा दी थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अतीक और अशरफ की हत्या करने से पहले लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य ने कई बार सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मर्डर का वीडियो भी देखा था। शायद वो ये जानना चाहते थे कि किसी को किस तरह घेरकर हमला किया जाए कि वो बच न सके। शूटरों का इरादा हत्या के बाद मौके से फरार होने का था। उन्होंने इसी वजह से होटल में फर्जी आधार कार्ड दिए थे, लेकिन मौके पर बड़ी तादाद में पुलिस होने की वजह से उनको सरेंडर करना पड़ा।