
नई दिल्ली। आफताब अमीन पूनावाला नाम के शख्स ने अपनी प्रेमिका श्रद्धा की हत्या कर दी। जिसके चलते दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा के कत्ल के आरोपी युवक आफताब को गिरफ्तार कर लिया है। आफताब का आरोप है कि उसने 6 महीने पहले अपनी प्रेमिका श्रद्धा की हत्या कर उसकी लाश के टुकड़े को दिल्ली के हर कोने में फेंकता रहा। वहीं दिल्ली पुलिस आफताब से पूछताछ में जुटी हुई है। पूछताछ के आधार पर पर पुलिस श्रद्धा के शव को ढूंढ़ने में लगी हुई है। आइए जानते है आखिर आफताब ने अपनी ही प्रेमिका श्रद्धा का कत्ल क्यों किया? जानते है पूरा मामला-
Mehrauli Police solved a 6-month-old case&arrested one Aftab for killing one Shraddha,chopping her into pieces&disposing them of.They fell in love while working in Mumbai&came here after families’ opposition.He murdered her when she started forcing him for marriage: Delhi Police
— ANI (@ANI) November 14, 2022
साजिश के तहत हत्या को दिया अंजाम
दरअसल, आफताब और श्रद्धा कई साल से एक दूसरे के साथ रिश्ते में थे। श्रद्धा महाराष्ट्र के पालघर में अपने पिता के साथ रहती थी, जिनका नाम विकास मदान वाकर है। श्रद्धा मुम्बई के कॉल सेंटर में जॉब करती थी और वहीं आफताब से मिली थी जिसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई थी और दोनों ने साथ में रहने का फैसला किया जिसके बाद श्रद्धा आफताब के साथ लिव इन में रहने लगी थी। परिजनों का कहना है कि श्रद्धा और आफताब एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते थे, और वह इस बात से बेहद हैरान है कि आफताब ने ही श्रद्धा की हत्या की। बताया जा रहा है कि श्रद्धा आफताब पर शादी का दबाव बना रही थी जिसके बाद आरोपी युवक आफताब ने अपनी प्रेमिका की हत्या की पूरी साजिश बना ली, और उसे मारने के लिए धोखे से दिल्ली लेकर आया। जिसके बाद उसने साजिश के तहत हत्या को अंजाम दिया और प्रेमिका के शव के टुकड़ों को दिल्ली के हर कोने में फेंक दिया ऐसा उसने इसलिए किया क्योंकि उसे लगा कि इससे पुलिस कभी भी उस तक नहीं पहुंच सकेगी, और उसके खिलाफ कोई भी सबूत नहीं जुटा पाएगी।
पिता ने 8 नवंबर महरौली थाने में FIR कराई दर्ज
ऐसा कहा जा रहा है कि आफताब और श्रद्धा जिस प्लैट में रहते थे उसी फ्लैट में आफताब ने श्रद्धा का कत्ल किया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक एक छोटी सी आरी लेकर आया और उसने उसी से श्रद्धा के लाश के टुकड़े किए। युवक ने हाथ और पैर के तीन टुकड़े किए और हर दिन बैग में रोजाना कुछ टुकड़ों को फ्लैट से ले जाकर बाहर फेकने जाता था। आफताब को लगता था इससे वह पुलिस को गुमराह कर सकता है और उनकी आंखों में धूल झोंक सकता है। आपको बता दें कि मृतिका के पिता विकास मदान वाकर भी अपनी बेटी श्रद्धा की हत्या से अनजान थे। उनका अपनी बेटी से कई महीनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था इसलिए उन्होंने 8 नवंबर को बेटी श्रद्धा के अपहरण की FIR दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी।