newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Shri Banke Bihari Temple Of Vrindavan Gets FCRA License : वृन्दावन के श्री बांके बिहारी मंदिर को मिला एफसीआरए लाइसेंस, जानिए इससे मंदिर प्रशासन को क्या होगा लाभ

Shri Banke Bihari Temple Of Vrindavan Gets FCRA License : श्री बांके बिहारी मंदिर में रोजाना देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर के एक पुजारी अशोक गोस्वामी ने कहा कि एफसीआरए लाइसेंस के लिए मंदिर समिति या किसी पुजारी की तरफ से कभी आवेदन नहीं किया गया है। गृह मंत्रालय की ओर से बिना आवेदन किए ही लाइसेंस जारी किया गया है।

नई दिल्ली। दुनियाभर में प्रसिद्ध वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर को केंद्रीय गृहमंत्रालय के द्वारा एफसीआरए लाइसेंस जारी किया गया है। बड़ी बात यह कि एफसीआरए लाइसेंस के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से आवेदन किए बिना ही इसे जारी करने का निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया गया। अब बांके बिहारी मंदिर विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए), 2010 के अंतर्गत पंजीकृत हो गया है। इसका फायदा यह होगा कि मंदिर प्रशासन अब धार्मिक कार्य के लिए विदेश से भी चंदा ले सकेगा। बांके बिहारी मंदिर का स्वामित्व और प्रबंधन यहां के सेवायत गोस्वामी पुजारियों, सारस्वत ब्राह्मणों और स्वामी हरिदास के वंशजों के के पास है।

दि हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार मंदिर के एक पुजारी अशोक गोस्वामी ने कहा कि एफसीआरए लाइसेंस के लिए मंदिर समिति या किसी पुजारी की तरफ से कभी आवेदन नहीं किया गया है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के सभी धार्मिक कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने की जिम्मेदारी मंदिर समिति की होती है। मंदिर समिति का गठन सिविल जज, जूनियर डिवीजन के द्वारा किया जाता है। जब मंदिर की संपत्ति पर अधिकार को लेकर उन्होंने कहा कि इसके मालिक हमारे जैसे गोस्वामी पुजारियों के अलावा, समिति में शामिल कई बाहरी लोग भी हैं।

मंदिर में फिलहाल तीन तरह से लिया जाता है दान

पुजारी अशोक गोस्वामी के मुताबिक बांके बिहारी मंदिर में भक्तों के द्वारा बहुत बड़ी संख्या में दान मिलता है। मंदिन में तीन प्रकार से दान लिया जाता है-पहला तो यह कि भक्त सीधे पुजारियों को दान देते हैं। दूसरा तरीका यह है कि कुछ श्रद्धालु बैंक चेक या अन्य डिजिटल भुगतान के माध्यम से मंदिर प्रशासन को दान देते हैं और तीसरा, मंदिर में रखे दान पेटियों के जरिए भी बड़ी मात्रा में कैश भक्तों द्वारा चढ़ाया जाता है। श्रीबांके बिहारी मंदिर में रोजाना देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं।