newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Delhi: स्मृति ईरानी का राहुल गांधी पर निशाना, पूछा- क्या उनकी माताजी की सरकार देश बेच रही थी ?

Monetisation: सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रीय मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन का एलान किया था। इसमें कहा गया था कि सरकार अपना स्वामित्व बरकरार रखते हुए अपने संस्थानों को निजी क्षेत्र को विकास के लिए देगी। इसके जरिए सरकार अगले 5 साल में 6 लाख करोड़ रुपए हासिल करना चाहती है।

नई दिल्ली। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि मोदी सरकार अपने चहेते उद्योगपतियों के हाथ देश की संपत्ति बेचने जा रही है। राहुल ने युवाओं से कहा था कि ऐसा होने पर उन्हें सरकारी नौकरियां नहीं मिलेंगी। इस पर अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरान ने पलटवार करते हुए राहुल से सवाल पूछा है। स्मृति ने कहा है कि 2008 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बारे में एक रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल यानी RFP जब घोषित हुआ, तो क्या राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी की सरकार देश बेच रही थी?

smriti irani on photo

बता दें कि सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रीय मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन का एलान किया था। इसमें कहा गया था कि सरकार अपना स्वामित्व बरकरार रखते हुए अपने संस्थानों को निजी क्षेत्र को विकास के लिए देगी। इसके जरिए सरकार अगले 5 साल में 6 लाख करोड़ रुपए हासिल करना चाहती है। मॉनेटाइजेशन में ये भी कहा गया कि सभी राज्य अपने नोडल ऑफिसर इस प्रक्रिया के लिए घोषित करेंगे। स्मृति ने कहा कि क्या राहुल का मानना है कि कांग्रेस की राज्य सरकारें अपने राज्यों को बेचने का काम कर रही हैं?

उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के साथ सरकार राष्ट्र की तिजोरी भरने का काम कर रही है। स्मृति ईरानी ने कहा कि महाराष्ट्र में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे में 8000 करोड़ का मॉनेटाइजेशन हुआ था। क्या राहुल गांधी कह रहे हैं कि उनकी सरकार ने एक्सप्रेस वे बेच दिया? इसके अलावा 2006 में एयरपोर्ट्स के निजीकरण की शुरुआत कांग्रेस सरकार ने की थी। क्या तब भी सबकुछ बेचा गया था।