
नई दिल्ली। आखिरकार उस लम्हें को कैसे भुलाया जा सकता है, जब कोलकाता से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन ओडिशा के बाहानगर बाजार स्टेशन पर सामने से आ रही दो मालगाड़ियों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना का शिकार होकर 1200 से अधिक यात्री घायल हो गए, तो वहीं करीब 250 से भी अधिक को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस हादसे के बाद देश में राजनीति भी गर्म हो गई। सभी विपक्षी एकजुट होकर केंद्र सरकार और रेल मंत्री की भूमिका पर सवाल उठाने लगे। लेकिन वो वक्त राजनीति का नहीं, बल्कि परिस्थितियों को दुरूस्त करने का था। उस वक्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाकायदा बयान जारी कर विपक्षियों को संदेश दिया था कि आप लोग राजनीति ना करें, बल्कि इस संवेदनशील समय में परिस्थितियों से निपटने का खाका हो, तो उसे पेश करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद घटनास्थल पर पहुंचे और पूरी वस्तुस्थिति का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। घायलों और मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया। वहीं, इसके बाद केंद्र सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई की सौंप दी। हालांकि, सीबीआई जांच जारी है। इस बीच जांच एजेंसी की ओर से इस हादसे पर कई तरह की टिप्पणी की जा चुकी है, लेकिन अब खबर है कि रेलवे आयुक्त ने हादसे की जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है, जिसमें हादसे की असल वजह का जिक्र किया गया है। आइए आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
रेलवे आयुक्त की ओर से सौंपी गई जांच रिपोर्ट में बताया गया यह हादसा मानवीय चूक का परिणाम है। हालांकि, हादसे से संबंधित कई बातों को गुप्त रखा गया है, लेकिन पृथमदृष्टया हादसे की वजह मानवीय चूक ही बताई गई है। जिसमें कहा गया है कि गलत सिग्नल दिए जाने की वजह ड्राइवर दिग्भ्रमित हो गया। बता दें कि रेलवे आयुक्त द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि गलत सिग्नल दिए जाने की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे की भेंट चढ़ गई। इसके अलावा सिग्नल और टेलीकॉम विभाग के कई स्तरों पर पाई गई खामियों को हादसे का जिम्मेदार ठहराया गया है। हालांकि, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस संदर्भ में कोई भी जानकारी नहीं दी है। वहीं, मामले की सीबीआई जांच भी जारी है। अब ऐसे में आगामी दिनों में लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।