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Delhi Pollution: बारिश से दिल्ली और एनसीआर में भयानक प्रदूषण से थोड़ी राहत, लेकिन हवा की गुणवत्ता अब भी खराब

दिल्ली के आनंद विहार इलाके में आज सुबह एक्यूआई 282 दर्ज किया गया। आईटीओ पर एक्यूआई 263 रहा। आरके पुरम में 220 और पंजाबी बाग इलाके में एक्यूआई 236 दर्ज किया गया। इससे पहले दिल्ली और एनसीआर के नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत राजस्थान के कुछ इलाकों में एक्यूआई 300 से लेकर 400 के पार तक था।

नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में गुरुवार रात से शुक्रवार तक हुई बारिश से भयानक प्रदूषण थोड़ा कम तो हुआ है, लेकिन अभी भी प्रदूषण खराब बना हुआ है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआई की बात करें, तो ये खराब श्रेणी में है। दिल्ली के आनंद विहार इलाके में आज सुबह एक्यूआई 282 दर्ज किया गया। आईटीओ पर एक्यूआई 263 रहा। आरके पुरम में 220 और पंजाबी बाग इलाके में एक्यूआई 236 दर्ज किया गया। इससे पहले दिल्ली और एनसीआर के नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत राजस्थान के कुछ इलाकों में एक्यूआई 300 से लेकर 400 के पार तक दर्ज किया जा रहा था। तो अब प्रदूषण इसका आधा हो गया है, लेकिन अब कल दिवाली है और इस प्रदूषण के एक बार फिर बढ़ने का खतरा है।

दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने बीते दिनों दिल्ली में 21 और 22 नवंबर को आईआईटी कानपुर के सहयोग से कृत्रिम बारिश कराने का फैसला किया था। इस कृत्रिम बारिश को कराने के लिए विमान से 5000 मीटर की ऊंचाई पर ड्राई आइस, सिल्वर आयोडाइड जैसे केमिकल छिड़के जाते हैं, लेकिन इसमें पेच ये है कि हवा में या तो अच्छी नमी होनी चाहिए या फिर आसमान में कम से कम 40 फीसदी बादल होने जरूरी हैं। ऐसे में अगर नमी या बादलों की कमी हुई, तो दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने का प्लान झटका खा सकता है। ऐसे में अगर प्रदूषण फिर भयानक स्तर तक पहुंचा, तो दिल्ली और एनसीआर के लोगों को फिर जहरीली हवा सांस के जरिए लेने पर मजबूर होना होगा। दिल्ली और एनसीआर में अब भी प्रदूषण के कारण ग्रैप GRAP 4 के नियम लागू हैं। इन नियमों के कारण तमाम गतिविधियों पर रोक लगाई गई है।

दिल्ली सरकार ने पहले 9 से 19 नवंबर तक गाड़ियों के लिए ऑड और ईवन फॉर्मूला लागू करने का भी फैसला किया था, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश के बाद इस योजना को फिलहाल टाल दिया। दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने भी ऑड और ईवन योजना को किसी फायदे का नहीं बताया था। बहरहाल, अभी दिल्ली में बीएस-2 तक के पेट्रोल और बीएस-4 तक के डीजल वाहनों के घुसने पर रोक है। स्कूल बंद हैं। डीजल जेनरेटर और जरूरी को छोड़कर किसी भी तरह के कंस्ट्रक्शन या तोड़फोड़ पर भी रोक लगाई गई है। अब देखना ये है कि अगर फिर कहीं प्रदूषण ने भयानक रूप लिया, तो उससे निपटने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।